सोफिया (बुल्गारिया), 23 अक्टूबर (वार्ता) भारतीय एलीट महिला मुक्केबाजों ने बल्कान अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में एक स्वर्ण सहित पांच पदक जीत लिए। देश की युवा मुक्केबाजों ने शनिवार को आठ पदक जीतते हुए भारत को अच्छी शुरूआत दिला दी थी जबकि एलीट मुक्केबाजों ने रविवार को पांच पदक जीत लिए। इन खिलाड़ियों को अगले साल अप्रैल में होने वाली एशियन एमेच्योर मुक्केबाजी चैम्पियनशिप की तैयारी को ध्यान में रखते हुए इस चैम्पियनशिप के लिए चुना गया था। इन खिलाड़ियों को इस टूर्नामेंट में भेजने के पीछे का मकसद देश का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला मुक्केबाजों की दूसरी फौज तैयार करना है। भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने टीम को बधाई देते हुए कहा, “युवा महिला मुक्केबाजी टीम का आठ पदक जीतना हमारे लिए गर्व की बात थी, लेकिन साथ ही एलीट महिला मुक्केबाजों ने भी पांच पदक जीतते हुए अपनी सफलता को दर्शाया है।” लालफाकमावई राल्टे (81 किलोग्राम भारवर्ग से ज्यादा) स्टार खिलाड़ी साबित हुईं। उन्होंने यूक्रेन की आयरना को फाइनल में 5-0 से मात देते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। 57 किलोग्राम में प्विलाओ बासुमात्री ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वह फाइनल में कड़े मुकाबले में हंगरी की ई हेलेना से हार गईं जिसके बाद उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। एमके देवी मेइसनाम (54 किलोग्राम ), ज्योति (64 किलोग्राम ) और निर्मला रावत सेमीफाइनल में काफी करीबी मुकाबलों में हार गईं जिसके बाद इन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा। राज वार्ता