दुनियाPosted at: Sep 23 2019 10:35PM स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत के प्रयास सीमाओं से नहीं बंधे: मोदी
न्यूयार्क 23 सितम्बर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए भारत के प्रयास उसकी सीमाओं से नहीं बंधे हैं और वह इस क्षेत्र में अफ्रीका सहित तकरीबन सभी विकासशील देशों को भी सहयोग दे रहा है।
ई-सिगरेट के चलन को भी उन्होंने युवाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक बताया।
संयुक्त राष्ट्र के तत्त्वाधान में सार्वभौमिक स्वास्थ्य पर सोमवार को यहां आयोजित उच्च स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार के लिए व्यापक कदम उठा रहा है और उसकी यह कोशिश केवल अपनी सीमाओं तक नहीं सीमित नहीं है। भारत इस क्षेत्र में अफ्रीकी देशों का भी सहयोग कर रहा है और इन देशों में किफायती स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए विशेष रूप से टेली मेडिसीन के जरिये कदम उठाये जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने अच्छे स्वास्थ्य के लिए ई-सिगरेट को बड़ी समस्या बताते हुए कहा कि इसका बढता चलन चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि युवाओं को इससे बचाने के लिए उनकी सरकार ने ई सिगरेट पर प्रतिबंध लगा दिया है।
वर्ष 2014 में शुरू किये गये स्वच्छ भारत मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे लाखों लोगों का जीवन बचाया गया है।
उन्होंने देश में चलाये जा रहे टीकाकरण अभियानों की जानकारी दी और कहा कि गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा और ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए सरकार ने प्रभावी कदम उठाये हैं। देश को तपेदिक की बीमारी से मुक्त करने का लक्ष्य 2030 तक का था लेकिन अब मिशन मोड में इसे 2025 तक हासिल कर लिया जायेगा।
श्री मोदी ने सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना को विश्व की सबसे बड़ी जन स्वास्थ्य सुरक्षा योजना बताते हुए कहा कि इसमें 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रूपये प्रतिवर्ष का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया गया है। अब तक करीब 45 लाख लोग इसका लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश में 5 हजार से अधिक जनौषधि केन्द्रों में 800 से अधिक प्रकार की दवा सस्ती दरों पर मिल रही हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल समाज को रोगों से मुक्त रखने की बात तक सीमित नहीं है बल्कि स्वस्थ जीवन लोगों का अधिकार है और सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्री मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74 वें अधिवेशन में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका यात्रा पर हैं। वह 27 सितम्बर को महासभा को संबोधित करेंगे।
संजीव सचिन
वार्ता