खेलPosted at: Feb 12 2020 9:16PM हर व्यक्ति फिट रहेगा तभी भारत शक्तिशाली राष्ट्र बनेगा : रिजिजू
नयी दिल्ली,12 फरवरी (वार्ता) केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि देश का हर व्यक्ति फिट रहेगा तभी देश एक शक्तिशाली राष्ट्र बनेगा।
रिजिजू ने बुधवार को कहा कि शारीरिक रूप से फिट रहने के लिए शरीर से पसीना तो निकालना ही होगा। रिजिजू यहां क्रीड़ा भारती द्वारा जीएलटी सरस्वती बाल मंदिर सीनियर सेकंडरी विद्यालय में आयोजित एक समारोह में ‘ऑनलाइन क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा’ के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर रहे थे।
खेल मंत्री ने कहा कि भारत की संस्कृति में फिटनेस के प्रति जागरूकता का अभाव है फिजिकल एक्टिविटी नहीं है। सबसे ज्यादा नुकसान ‘पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब और खेलोगे कूदोगे तो बनोगे खराब’ इस सोच ने किया है इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिट इंडिया मूवमेंट लांच करना पड़ा और ‘पढ़ोगे लिखोगे तो बनोगे नवाब, खेलोगे कूदोगे तो बनोगे लाजवाब’ अभियान शुरू करना पड़ा।
सरकार देश भर में खेलो इंडिया अभियान चला रही है जिसके तहत देश भर में 15 हजार बच्चों का चयन किया गया है जिनको सरकार सभी सुविधाएं दी रही है इन्हीं बच्चों में से आगे लास एंजेलिस ओलंपिक के लिए खिलाड़ी तैयार होंगे जो भारत को टॉप 10 देशों में लाएंगे।
ऑनलाईन क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा के विजेताओं को चेतन्य काश्यप फाउंडेशन की ओर से रिजिजू ने प्रथम पुरस्कार तमिलनाडु के एस रघु को एक लाख रुपये के चेक के रूप में प्रदान किया। द्वितीय पुरस्कार के लिए यशिका और रूपेश सुनेरी को 50-50 हजार रुपये का चेक प्रदान किया। तृतीय पुरस्कार के 10 विजेताओं को 11-11 हजार रुपये प्रदान किए गए।
क्रीड़ा भारती के महामंत्री राज चौधरी ने बताया कि इस ऑनलाईन क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा में देश भर के 27 प्रान्तों के करीब 60 हजार छात्रों ने भाग लिया था। एक लाख लोगों ने परीक्षा का डेमो लिया था। खेलमंत्री रिजिजू ने इस अनूठे प्रयास के लिए क्रीड़ा भारती के कार्याध्यक्ष रतलाम के भाजपा विधायक चेतन्य कश्यप का सम्मान भी किया। ऑनलाइन परीक्षा तैयार करने वाले रामानंद चौधरी और प्रश्न तैयार करने वाले रेसी शर्मा को भी सम्मानित किया।
चेतन्य कश्यप ने क्रीड़ा ज्ञान परीक्षा को छात्रों में खेलों के प्रति रुचि जाग्रत करने वाला बताते हुए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में क्रीड़ा भारती के अध्यक्ष चेतन चौहान और उपाध्यक्ष नारायणसिंह राणा भी मौजूद थे।
राज, शोभित
वार्ता