नयी दिल्ली 17 जनवरी (वार्ता) रेलवे के लिए बाजार से कर्ज जुटाने वाली कंपनी इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईआरफसी) ने दस साल की मियाद वाले ग्रीन ऑफशोर बांड जारी कर पांच करोड़ डॉलर जुटाए हैं।
सरकारी बांड के रेटिंग वाली इन प्रतिभूतियों को इंडिया आईएनएक्स और एनएसई-आईएफएससी में विशेष रुप से सूचीबद्ध किया गया है।
आईआरएफसी ने कहा है कि वह इस ऑफशोर बॉन्ड को गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में स्थापित स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध करा कर के ग्रीन आफशोर बांड को भारतीय एक्सचेंज में सूचीबद्ध कराने वाली पहली सार्वजनिक कंपनी है।
आईआरएफसी के अनुसार ये बांड 10 साल की एक किश्त में जारी किए गए हैं। इनके लिए 2.4 गुना आवेदन मिले थे। कंपनी का कहना है कि वर्तमान अत्यधिक अनिश्चित अस्थिर स्थितियों में बाजार में उसकी बेहतर साख को मान्यता मिली है। कंपनी की विज्ञप्ति के अनुसार इस बांड निर्गम को अमेरिका, यूरोप एवं पश्चिम एशिया तथा अफ्रीकी बाजार में अच्छा समर्थन मिला। इसमें निवेश करने वालों में सॉवरेन फंड, निवेश फंड, पेंशन फंड, बीमा फंड, एसेट मैनेजमेंट कंपनियां, बैंक और दुनिया भर में फैले हेज फंड शामिल हैं।
आईआरएफसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अमिताभ बनर्जी ने कहा, “बांड बाजार में आईआरएफसी की वापसी और प्रमुख अर्ध-संप्रभु बांड निर्गमकर्ता के रूप में हमारे इस बांड निर्गम को अंतरराष्ट्रीय निवेशकों से भारी समर्थन कंपनी में उनके मजबूत भरोसे का प्रमाण है।”
इस बांड के पैसे से ग्रीन (पर्यावरण की दृष्टि से स्वच्छ) परियोजनाओं को कर्ज सहायता दी जाएगी।
मनोहर, उप्रेती
वार्ता