भारतPosted at: Jan 8 2021 10:39PM चीन में फंसे भारतीय जहाजकर्मियों के जल्दी निकलने की उम्मीद
नयी दिल्ली 08 जनवरी (वार्ता) चीन में फंसे दो मालवाहक जहाज़ों में सवार भारतीय नौवहन कर्मियों को निकालने के तौर तरीकों के बारे में दोनों देश आधिकारिक स्तर पर विचार विमर्श कर रहे हैं तथा जल्द इस बारे में कोई हल निकल आने की उम्मीद है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यहां नियमित ब्रीफिंग में बताया कि बीजिंग में भारतीय दूतावास चीन सरकार के साथ इस मसले पर सतत संपर्क बनाये हुए है। भारतीय राजदूत ने चीनी उप विदेश मंत्री से मिल कर व्यक्तिगत रूप से इस पर चर्चा की है और दो मालवाहक पोतों एम वी जग आनंद और एम वी अनास्तासिया पर सवार भारतीय नौवहन कर्मियों को बदलने की अनुमति जल्द प्रदान करने का अनुरोध किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्रालय नयी दिल्ली में भी चीनी दूतावास से इस मसले पर सतत संपर्क बनाये हुए है। कोविड-19 महामारी के कड़े प्रोटोकॉल और यात्रा प्रतिबंध एवं अन्य नियंत्रण उपायों को देखते हुए चीन सरकार ने नौवहन कर्मियों के सुचारू रूप से बदलने को लेकर एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार की थी। इन उपायों को संबंधित जहाजरानी कंपनियों को लागू करना था।
उन्होंने कहा कि समुद्र में नौवहन कर्मियों को निकालने के लिए चीनी अधिकारियों से वैकल्पिक उपाय तलाशने का अनुरोध किया गया है। चीनी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि वे विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। भारत सरकार चीनी अधिकारियों के जवाब का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम चीनी अधिकारियों और जहाजरानी कंपनियों के सतत संपर्क में हैं ताकि नौवहन कर्मियों की मानवीय जरूरतों को पूरा किया जा सके और उन्हें जल्दी निकाला जा सके।
पूर्वी लद्दाख में सैन्य तनाव की स्थिति पर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सीमा पर राजनयिक स्तर की वार्ता 18 दिसंबर को हुई थी जिसमें दोनों पक्ष सैन्य कमांडर स्तर की अगली बैठक आयोजित करने पर सहमत हुए। इस बीच ज़मीनी स्तर पर दाेनों पक्ष संवाद बनाये हुए हैं ताकि कोई गलतफहमी या संदेह किसी प्रकार का गलत कदम का कारण ना बन जाये।
सचिन
वार्ता