जकार्ता 29 अगस्त (वार्ता) गत चैंपियन भारत 18वें एशियाई खेलों की पुरुष हॉकी प्रतियोगिता के सेमीफाइनल मुकाबले में गुरुवार को मजबूत मलेशिया के खिलाफ जीत की प्रबल दावेदार के रूप में उतरेगी जहां उसकी निगाहें फाइनल का टिकट पाने पर लगी होंगी।
एशियाई खेलों में तीन बार स्वर्ण पदक विजेता भारत पूरे आत्मविश्वास के साथ मैदान में उतरेगा। लेकिन भारतीय टीम के सामने मजबूत मानी जा रही मलेशियाई टीम के खिलाफ यह मुकाबला आसान नहीं होगा।
भारत इस टूर्नामेंट में अपने सभी पांच मैचों में जीत दर्ज करने के बाद 15 अंकाें के साथ पूल ए में शीर्ष पर है।
विश्व में पांचवें नंबर की भारतीय टीम ने अपने पहले मैच में इंडोनेशिया को 17-0 से हराया था, दूसरे मैच में भारत ने हांगकांग को 26-0 से रौंदा, तीसरे मैच में जापान को 8-0, चौथे मैच में कोरिया को 5-3 और पांचवें मैच में श्रीलंका को 20-0 से पीटा।
भारत ने अब तक पांच मैचों में कुल 76 गोल दागे हैं और उसके खिलाफ केवल तीन गोल हुये हैं। मलेशिया के खिलाफ पिछले कुछ मुकाबलों में भारत को हार मिली है लेकिन एशियाई खेलों में दोनों टीमों के बीच कुल 10 मुकाबलों में भारत को केवल एक बार हार का सामना करना पड़ा है।
2010 ग्वांगझू एशियाई खेलों के सेमीफाइनल मुकाबले में मिली हार को भारतीय कोच हरेन्द्र सिंह अभी तक भुला नहीं पायें हैं। इस हार के बाद हरेन्द्र सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
वर्ष 2014 के इंचियोन एशियाई खेलों में हॉकी में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम के आठ खिलाड़ी इस बार भी टीम में हैं। इनमें अनुभवी सरदार सिंह, कप्तान एवं गोलकीपर पीआर श्रीजेश, डिफेंडर रूपिंदर पाल सिंह और बीरेन्द्र लाकड़ा, मिडफील्डर मनप्रीत सिंह एवं चिंगलेसाना, फॉरवर्ड एस वी सुनील और आकाशदीप सिंह शामिल हैं।
दूसरी ओर मलेशियाई टीम में 38 वर्षीय अनुभवी गोलकीपर सुब्रह्मण्यम कुमार पांचवीं बार एशियाई खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। मलेशियाई टीम में कप्तान सुकरी मुतालिब, फ्लिकर राजी रहीम, सारी बंधुओं में फैज़ल सारी और फितरी सारी, नबील नूर के अलावा स्ट्राइकर तेंगकु ताजुद्दीन और मोहम्मद शाहरिल शामिल हैं।
एक अन्य सेमीफाइनल में पाकिस्तान का सामना जापान से होगा।