खेलPosted at: Jul 30 2018 9:17PM क्वार्टरफाइनल के लिये भारतीय महिलाओं को लड़ानी होगी जान
लंदन, 30 जुलाई (वार्ता) भारतीय महिला हॉकी टीम ने उतार चढ़ाव के दौर से गुजरते हुये महिला हॉकी विश्वकप टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा है और अंतिम आठ में जाने के लिये उसे मंगलवार को इटली की चुनौती से जूझना होगा।
भारत पूल बी में आयरलैंड(6) और ओलंपिक चैंपियन इंग्लैंड(5) के बाद दो अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। टूर्नामेंट में हर पूल की शीर्ष टीम को सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश मिला है जबकि पूल बी दूसरे और तीसरे नंबर की टीम को दूसरे पूल की दूसरे और तीसरे नंबर की टीमों को क्रॉस मैच खेलना है। इन क्रॉस मैचाें में विजेता टीम को फिर क्वार्टरफाइनल में पहले से मौजूद टीमों से खेलने का हक मिलेगा।
भारत ने जहां अपने पूल में तीन मैचों में दो ड्रॉ खेले हैं और एक हारा है जबकि इटली ने तीन मैचों में दो जीते और एक में उसे पराजय मिली है। इटली के इस रिकार्ड को देखते हुये भारत के लिये क्वार्टरफाइनल की राह कतई आसान नहीं है। भारतीय टीम गोल करने के मामले में उतनी सक्षम नहीं दिखाई दे रही है जितना उसे विश्वकप में होना चाहिये। उसने इंग्लैंड से पहला मैच 1-1 से ड्रॉ खेला, दूसरे मैच में आयरलैंड से 0-1 की हार झेली और फिर तीसरे मैच में अमेरिका से 1-1 का ड्रॉ खेला। यानि तीन मैचों में अब तक भारतीय टीम सिर्फ दो गोल कर पायी है।
दूसरी ओर इटली ने चीन को 3-0 और कोरिया को 1-0 से हराया है जबकि हॉलैंड से उसे 1-12 की हार झेलनी पड़ी। भारतीय टीम इटली के हॉलैंड के खिलाफ प्रदर्शन से हौसला ले सकती है कि वह इस टीम को मात देने में कामयाब होगी। लेकिन इसके लिये कप्तान रानी रामपाल सहित टीम की सभी खिलाड़ियों को गोल करने पर अपना ध्यान केंद्रित करना होगा। रानी ने ही अमेरिका के खिलाफ 31वें मिनट में बराबरी का गोल दागा था।