दुनियाPosted at: Sep 8 2018 11:57PM भारतीय विद्या की बदौलत भारत-चेक गणराज्य आये करीब :कोविंद
प्राग 08सितम्बर (वार्ता) राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि भारतीय विद्या ने न केवल भारत और चेक गणराज्य को करीब लायी है बल्कि अाधुनिक भारत के निर्माण और भारत के समृद्धशाली इतिहास के पुनरावलोकन में भी महती भूमिका निभायी है।
श्री कोविंद यहां चेक गणराज्य की राजधानी में चार्ल्स विश्वविद्यालय के भारतविदों की बैठक को शनिवार को संबाेधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि प्राग में भारतीय विद्या का इतिहास बहुत पुराना है। इस विश्वविद्यालय में 1850 में संस्कृत प्रकोष्ठ की स्थापना के साथ इसकी शुरूआत हुयी थी।
उन्होंने कहा,“ प्रोफसर लेंसी स्कूल ऑफ इंडोलॉजी के संथापकों में से एक थे। उन्हाेंने गुरूदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर की कविताओं काे बांग्ला से चेक भाषा में अनूदित किया था। उन्होंने अंग्रेजी को माध्यम नहीं बनाया।”
चेक गणराज्य के प्रधानमंत्री एंड्रेज बेबिस ने शुक्रवार को श्री कोविंद से मुलकात करके रक्षा एवं व्यापार के मसलों पर चर्चा की। श्री बेबिस ने भारत में चेक गणराज्य की उद्योग में सहभागिता की संभावनाओं पर भी श्री कोविंद से चर्चा की।
श्री कोविंद ने चेक गणराज्य की कंपनियों को भारत में निवेश और उद्योग शुरू करने के लिए आमंत्रित किया।
राष्ट्रपति साईप्रस, बुल्गारिया और चेक गणराज्य की तीन दिवसीय यात्रा समाप्त करके रविवार को दिल्ली रवाना हो जायेंगे।
आशा वार्ता