मुंबई, 14 नवंबर (वार्ता) पूर्व भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच को लेकर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि दोनों देश के बीच की प्रतिद्वंद्विता अपने आप में एक उद्योग बन गई है। दोनों के बीच मुकाबले का प्रचार-प्रसार जोर-शोर से किया जाता है और पैसा बनाने की कोशिश की जाती है।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी मुकाबला होता है तो पूरी दुनिया की निगाहें इस पर होती हैं। गौतम के मुताबिक यही वजह है कि इस मुकाबले की इतनी मार्केटिंग की जाती है। गंभीर ने टी-20 विश्व कप फाइनल से पहले भारत और पाकिस्तान के मुकाबले की तुलना ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबले से की है, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच की राइवलरी (प्रतिद्वंद्वता) कहीं ज्यादा बड़ी है।
गंभीर ने अपने एक कॉलम में कहा, “ ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच की क्रिकेट राइवलरी दिखती नहीं है। भारत और पाकिस्तान की तरह ये भी पड़ोसी देश हैं। भारत और पाकिस्तान की तरह ये दोनों देश भी एक दूसरे के खिलाफ हारना पसंद नहीं करते हैं, लेकिन इनकी राइवलरी भारत और पाकिस्तान जितनी गहरी नहीं है। ”
पूर्व बल्लेबाज के मुताबिक भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक कारणों से इतनी बड़ी राइवलरी रहती है। उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों के हितधारक इस राइवलरी को कम नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि इससे उन्हें फायदा होता है।
उन्होंने यह भी कहा, “ 1947 से हम चार बार पाकिस्तान के साथ युद्ध लड़ चुके हैं। वहीं बॉर्डर पर भी कई बार तनाव होता है। इसका असर खेल पर भी पड़ता है और क्रिकेट इसमें सबसे आगे है। मुझे कभी-कभी ऐसा लगता है कि भारत और पाकिस्तान की राइवलरी अपने आप में एक इंडस्ट्री बन गई है। कोई भी इस तनाव को कम नहीं करना चाहता है, क्योंकि इससे उन्हें आर्थिक लाभ होता है। ”
दिनेश
वार्ता