मुंबई, 30 जुलाई (वार्ता) भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम की सदस्य और उभरती स्टार मारियाना कुजूर ने कहा है कि लिलिमा मिंज और नमिता टोप्पो का जीवन प्रेरणास्त्रोत है और इन दोनों की असाधारण यात्रा ने उनके अंदर आत्मविश्वास बढ़ाया है।
ओडिशा की उभरती खिलाड़ी मारियाना ने अपने मुंबई के रेलवे कार्यालय से कहा, “जब पानपोश स्पोर्ट्स हॉस्टल से मैंने अपने हॉकी करियर की शुरुआत की थी तब लिलिमा दी और नमिता दी राष्ट्रीय टीम में शुरुआती दिनों में थीं। उस दौरान जब भी वे घर आती तो हमारी अकादमी में प्रशिक्षण देती थीं। हम लोगों के लिये वे गौरवपूर्ण पल थे।”
उन्होंने कहा, “ये दोनों मेरे खेल जीवन के प्रेरणास्त्रोत रही हैं। मैं भी बहुत भाग्यशाली हूं कि इन दोनों का मुझे मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। जब मैं उन दोनों के संघर्षों को देखती हूं, तो वाकई मेरे अंदर एक उत्साह का संचार होता है और उस दिशा में बेहतर करने के प्रति मेरा आत्मविश्वास मजबूत होता है।”
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले के टिम्मा से आने वाली मारियाना ने कहा, “मैं एक मिडफील्डर हूं और इससे मुझे अटैक और डिफेंस दोनों जगह खेलने का मौका मिलता हूं। बाकी हॉकी खिलाड़ियों की तरह मेरा भी सपना अपने देश के लिये ओलंपिक पदक जीतने का है।”
शुभम राज
वार्ता