हैदराबाद, 29 अप्रैल (वार्ता ) तेलंगाना में इंटरमीडिएट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) समेत लगभग सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने इंटरमीडिएट शिक्षा बोर्ड के कार्यालय के समक्ष सोमवार को धरना-प्रदर्शन किया जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष के. लक्ष्मण पीड़ित छात्रों के साथ न्याय की मांग करते हुए अनश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गये।
रिपोर्टों के अनुसार इंटरमीडिएट शिक्षा बोर्ड के परिणामों की घोषणा के बाद से 19 विद्यार्थी आत्महत्या कर चुके हैं।
कांग्रेस, तेदेपा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और तेलंगाना जन समिति (टीजेएस) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इंटर परीक्षा के नतीजे में गड़बड़ी के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेस के वी. हनुमाननाथ राव, तेदेेपा के आर. चंद्रशेखर और टीजेएस प्रमुख कोडनडरम समेत धरना-प्रदर्शन में शामिल कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने इसके अलावा राजनीतिक दलाें के कई नेताओं को एहतियातन हिरासत में लिया है और कई नेताओं को धरना -प्रदर्शन में शामिल होने से रोकने के लिए नजरबंद कर दिया।
अनिश्चित भूख हड़ताल पर बैठे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर शिक्षा मंत्री जगदीश रेड्डी को पद से हटाये जाने और मामले की पूर्ण जांच करने की मांग की है।
सरकार ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय विशेष समिति का गठन किया था। गुरुवार को सौंपी अपनी रिपोर्ट में समिति ने गड़बड़ी के लिए इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा और ग्लोबरेना तकनीकी एजेंसी को जिम्मेदार ठहराया है।
सत्तारुढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. राव ने ट्वीट करके कहा है कि परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों को कानून के दायर में लाया जायेगा। परीक्षा परिणाम आने के बाद से छात्र और अभिभाव परीक्षा में हुयी गड़बड़ी को लेकर विरोध कर हैं।
तेलंगाना उच्च न्यायालय ने एक गैर सरकारी संगठन द्वारा इस मामले में दायर आपातकालीन याचिका पर इंटरमीडिएट परीक्षा बोर्ड को परीक्षा में असफल हुए तीन लाख से अधिक छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं की दोबारा जांच करने का आदेश दिया है।