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लखनऊ में अन्तर्राष्ट्रीय कार चाेर गिरोह का पर्दाफाश,पांच करोड़ की कारे बरामद

लखनऊ में अन्तर्राष्ट्रीय कार चाेर गिरोह का पर्दाफाश,पांच करोड़ की कारे बरामद

लखनऊ, 21 जून (वार्ता) उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस ने चिन्हट इलाके से अन्तर्राष्ट्रीय कार चाेर गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर करीब पांच करोड़ रुपये कीमत की लग्जरी कारे बरामद की गई।

लखनऊ के पुलिस आयुक्त सुजीत पाण्डे ने आज शाम यहां संवाददाताओं को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चिनहट क्षेत्र में चेकिंग के दौरान 15 जून को कार सवार लोग उसे छोड़कर भाग गये थे। जांच के बाद पता चला कि कार का मालिक नासिर खान है । उसके बाद पुलिस उपायुक्त पूर्वी सोमेन वर्मा के निर्देशन में गिरोह के सदस्यों की तलाश लग गई और चिनहट इलाके में केडी सिंह स्टेडियम के पास से वाहन चोर गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया। इनमें रिजवान,नाजिर खान,श्याम जी जायसवाल,विनय तलवार और मोइनुद्दीन खान शामिल हैं।

उन्होंने इस दौरान मोहम्मद कामिल और मनीष टंडन भागने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि इस गिरोह से जुड़े वांछित लोगों में मेरठ निवासी अबरार ,अफजाल,आगरा निवासी रामू शर्मा, मुरादाबाद निवासी आरिफ भांजा,खीरी निवासी शिबू ए के कार, फजलगंज निवासी सतपाल कबाडी और दिल्ली के मायापुरी निवासी रोमी पाल सिंह शामिल हैं। उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्य इन वाहनों को नेपाल और बिहार आदि राज्यों में बेचने के लिए भेजने वाले थे लेकिन लॉकडान के चलते कामयाबी नहीं मिली और पकड़े गये।

श्री पाण्डे ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को निजी बीमा कंपनियों द्वारा वाहन मालिकों को नुकसान का भुगतान कराकर उंची बोली लगाने वाले कबाड़ियो को उनके कागजात के साथ बेच देते थे। बाद में उन वाहनों के कागजात अपराधिक प्रवृति के लोग कबाड़ी से खरीद लेते थे और बाद में चोरी की गई गाडियों का मॉडल और इंजन आदि के नम्बर बदलकर कागजात तैयार कराते थे।

उन्होंने बताया कि पूछताछ पर गिरफ्तार रिजवान ने बताया कि वह करीब दो दशक से कार बचने का धंधा कर रहा है। वह वाहन चोरों से खरीदी गई कारों को ओएलएस पर बिक्री करता है। वह करीब 20 साल से इस धंधे से जुडा है। वह बैंकाक में होटल व्यवसाय शुरु करने वाला था,लेकिन लॉकडाउन के चलते वहां नहीं जा सका। उसने वहां जाने की पूरी तैयारी कर रही थी और उसके पहले ही पकड़ गया। वाहनों के कागजात होने पर उसपर कोई शक भी नहीं करता था।

उन्होंने बताया कि नासिर खान खुद को धासू न्यूज पोटर्ल का वरिष्ठ पत्रकार बताता था। यह भोजपुरी फिल्मों में भी काम कर चुका है । यह गिरोह के सदस्यों से कार लेकर उन्हें ओएलएक्स पर बेचता था। कानपुर के फसलगंज निवासी श्याम जी जायसवाल कबाडी की दुकान करता है और विनय तलवार का लखनऊ के हरतगंज एक्सचेंज का शोरुम है और मोइनुद्दीन खान अपना गैराज है और चोरी के वाहनों को बेचने का भी काम करता है।

पुलिस आयुक्त ने बताया कि पुलिस गिरोह के फरार एवं वांछित सदस्यों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।

गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।

त्यागी

वार्ता

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