भारतPosted at: Jun 22 2019 8:49PM अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट पूर्वाग्रह से प्रेरित: भाजपा
नयी दिल्ली 22 जून (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ‘2018 की अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट’ को केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार तथा पार्टी के प्रति पूर्वाग्रह से प्रेरित बताया है तथा अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा को षड़यंत्र बताये जाने को सरासर झूठ करार दिया है।
भाजपा के मीडिया विभाग के प्रमुख अनिल बलूनी ने शनिवार को यहां जारी एक बयान में कहा कि 2018 की अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता रिपोर्ट मोदी सरकार तथा भाजपा के प्रति पूर्ण रूप से पूर्वाग्रह से प्रेरित है।
श्री बलूनी ने कहा कि इस रिपोर्ट की मूल अवधारणा कि यहां अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा के पीछे कोई षडयंत्र है, सरासर झूठ है। इसके विपरीत ऐसे ज़्यादातर मामलों में स्थानीय विवाद और अपराधी तत्वों का हाथ होता है। जब कभी जरूरत महसूस हुई तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा के अन्य नेताओं ने अल्पसंख्यकों तथा समाज के कमजोर तबके के लोगों के विरुद्ध हुई हिंसा की कड़ी आलोचना की है। भारत की लोकतांत्रिक संस्थाआें की जड़ें बहुत गहरी हैं। वे पूरी तरह से स्वतंत्र हैं और वे ऐसे विवादों का फैसला करने और दोषियों को सजा देने में पूर्णतया सक्षम हैं। दुर्भाग्यवश इन तथ्यों को इस रिपोर्ट में बिल्कुल नजरअंदाज कर दिया गया है।
भाजपा सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत में विश्वास करती है। मोदी सरकार द्वारा आरंभ तथा कार्यान्वित की गईं बड़ी बड़ी योजनाओं से समाज के हर जाति धर्म और क्षेत्र के लोगों को लाभ हुआ है। सभी गरीब, वंचित चाहे वे किसी भी धर्म या लिंग के हों के जीवन स्तर को उठाने और अपनी उपलब्धियों पर भाजपा गर्व करती है। भारत की जनता ने श्री मोदी के नेतृत्व वाले भाजपा एवं राजग के विकास के एजेंडे पर पूर्ण विश्वास जताया है और हाल ही में उसे बहुमत से जिताया है।