राज्य » राजस्थानPosted at: Aug 5 2020 1:00PM बाघिन की मौत की जांच शुरू, लापता शावक की तलाश
कोटा, 05 अगस्त (वार्ता) राजस्थान के कोटा जिले के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में एक और बाघिन एमटी-2 की अचानक मृत्यु के मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (एनटीसीए) ने जांच शुरू कर दी है।
इस बीच बाघिन के एक घायल शावक को तो वन्यजीव विभाग की टीम कोटा चिड़ियाघर ले आई जबकि दूसरा शावक अभी लापता है जिसे वनकर्मियों की टीमें तलाश कर रही है। पिछले एक पखवाड़े से भी कम अवधि में इस टाइगर रिजर्व में पहले एक बाघ और अब बाघिन की मृत्यु के बाद चिंतित राज्य सरकार ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं।
नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने वन मंत्री से इस मामले में जांच कराने और यदि कोई लापरवाही हुई है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया था। केंद्रीय स्तर पर भी इस मामले की जांच के लिए एनटीसीए की टीम भी कोटा पहुंच गई जिसने स्थानीय टाइगर रिजर्व और वन्यजीव विभाग के अधिकारियों के साथ उस स्थान का अवलोकन किया जहां बागिन एमटी-2 का शव मिला था। इस रिजर्व में गत 23 जुलाई को एक अन्य बाघ एम टी-3 की फेफड़ों में संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई थी।
वन्यजीव विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने आज बताया कि प्रारंभिक तौर पर बाघ एमटी-2 के बाघ एमटी-1 से संघर्ष में उसके चोटिल होने के कारण मृत्यु होने की आशंका है क्योंकि जिस समय उसका शव मिला तब उसके शव पर घाव के निशान थे। हालांकि मृत्यु का कारण उसके शव की विस्तृत पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।
मृतक बाघिन एमटी-2 ने कुछ समय पहले ही दो शावकों को जन्म दिया था जिसमें से एक शावक तो विभागीय टीम को घायल अवस्था में मिल गया जिसे कोटा लाकर कर चिड़ियाघर में रखा गया है और रणथंबोर नेशनल पार्क से आए चिकित्सकों की देखरेख में उसका उपचार किया जा रहा है जबकि दूसरा शावक अभी लापता है। जिसकी तलाश के लिए वन विभाग की अलग-अलग चार टीमें अभयारण्य क्षेत्र में तैनात की गई है।
इस मामले में वन मंत्रालय ने कोटा के मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से जुड़े एक अधिकारी को निलंबित कर दिया है जबकि दो अधिकारियों को एपीओ किया गया है।
हाडा जोरा
वार्ता