लखनऊ 18 अक्टूबर,(वार्ता) उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को साहित्यकार आचार्य चन्द्र प्रकाश सिंह के 111वें जन्मदिवस के अवसर पर पत्रिका ‘शब्दिता’ के विशेषांक ‘ऋषि परम्परा के महाकवि’ का विमोचन किया।
इस अवसर पर अपर महा-साॅलिसिटर शशि प्रकाश सिंह और संपादक डाॅ रामकठिन सिंह सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।
श्रीमती पटेल ने कहा कि आचार्य चन्द्र प्रकाश सिंह ने साहित्य की जो सेवा की है वह अनुपम है। छात्र-छात्राएं उनके साहित्य को पढ़ते तथा शोध भी करते हैं। आचार्य के कार्य को आगे बढ़ाने की जरूरत है। पत्रिका को नयी शिक्षा नीति पर भी विशेषांक निकालना चाहिए। बच्चों को क्या और कैसे पढ़ाना एवं सिखाना है, इस पर चर्चा होनी चाहिए। प्राइमरी, सेकेण्डरी तथा विश्वविद्यालय में शिक्षण कैसा हो, यह विचार का विषय है।
उन्होने कहा कि उच्च शिक्षा में शोध केवल नौकरी प्राप्ति के लिये हो रहा है। चिकित्सा, समाज सेवा के क्षेत्र में भी उच्च स्तर का शोध होना चाहिए, जिससे समाज लाभान्वित हो। उन्होंने कहा कि विद्वतजन विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम एवं कंटेंट तैयार करें।
पत्रिका के सम्पादक डाॅ रामकठिन सिंह ने कहा कि ऋषि परम्परा की वाहक शब्दिता शुद्ध साहित्यिक पत्रिका है जिसका उद्देश्य साहित्य की कसौटी पर खरा उतरना तथा देशहित में कार्य करना है। आचार्य चन्द्र प्रकाश को जो स्थान साहित्य के क्षेत्र में मिलना चाहिए था वह नहीं मिल सका। वह बड़े साहित्यकार थे जिन्होंने शिक्षक तथा साहित्यकार के रूप में देश सेवा की तथा गुजरात के दुर्लभ ग्रंथों की खोज की।
प्रदीप
वार्ता