पटना, 14 सितम्बर (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज महत्वकांक्षी सात निश्चय योजनाओं की प्रगति के साथ-साथ बिहार विकास मिशन के अन्य उप मिशन के लक्ष्यों एवं प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियो को कई निर्देश दिये और कहा कि किसी भी काम को लागू करने के साथ उसे मेनटेन करना भी उतना ही जरूरी है।
श्री कुमार की अध्यक्षता में यहां बिहार विकास मिशन की शासी निकाय की षष्टम बैठक आयोजित की गयी जिसमें सात निश्चय योजना की प्रगति के साथ-साथ बिहार विकास मिशन के अन्य उप मिशन के लक्ष्यों एवं प्रगति की विभागवार समीक्षा की गई। बैठक की शुरुआत में शासी निकाय के सम्पन्न पांचवीं बैठक की कार्यवाही के अनुपालन की समीक्षा की गयी। विकसित बिहार की सात निश्चय योजनाओं से संबंधित अद्यतन प्रगति की भी समीक्षा की गयी।
बैठक के दौरान प्रस्तुतिकरण के माध्यम से आर्थिक हल युवाओं को बल के अन्तर्गत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत वित्त वर्ष 2017-18, 2018-19 एवं 2019-20 तक वर्षवार प्राप्त आवेदनों की विवरणी एवं स्वीकृत छात्रों के ऋण के संबंध में जानकारी दी गयी। मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत प्राप्त आवेदनों की विवरणी, कुशल युवा कार्यक्रम, सभी विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में निःशुल्क वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जानकारी दी गयी। प्रस्तुतीकरण में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में शौचालय निर्माण की स्थिति, हर घर नल का जल योजना के तहत 2019-20 तक का लक्ष्य एवं प्रगति रिपोर्ट, हर घर पक्की गली नाली योजना के तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में प्रगति रिपोर्ट पर भी जानकारी दी गयी।
मुख्यमंत्री ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में आवेदनों की संख्या में आ रही कमी पर अधिकारियों को इस संबंध में विश्लेषण करने का निर्देश देते हुए स्पष्ट किया कि बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम के माध्यम से छात्रों को शिक्षा ऋण मिलने में किसी प्रकार की समस्या नहीं आनी चाहिये। उन्होंने बैंकों के माध्यम से छात्रों को मिलने वाले ऋण के संबंध में कहा कि बैंकों के माध्यम से 15,957 छात्रों के ऋण के लिये आवेदन स्वीकृत किये गये हैं, जिसमें से 13,102 छात्रों को ही ऋण मिले हैं। बाकी छात्रों को मिलने में क्या कठिनाई हो रही है, इस संबंध में फॉलोअप करें।
सतीश सूरज
जारी वार्ता