भारतPosted at: Nov 26 2024 8:27PM पारंपरिक चिकित्सा विज्ञान को नवाचार से जोड़ना आवश्यक: जाधव
नयी दिल्ली 26 नवंबर (वार्ता) केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने समग्र स्वास्थ्य सेवा के लिए पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक नवाचारों के साथ एकीकृत करने के महत्व पर जोर देते हुए कहा है कि इससे आम जनता को गुणवत्तापूर्ण और किफायती चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी जा सकती है।
श्री जाधव ने मंगलवार को 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में आयुष मंडप का दौरा किया और कहा कि आयुर्वेद सहित भारत की परंपरागत चिकित्सा विज्ञान को आधुनिक नवाचारों से जोड़ना बहुत आवश्यक है। इससे लोगों को समग्र स्वास्थ्य सेवा प्रदान की जा सकती है।
‘आयुष के साथ स्वस्थ भारत, विकसित भारत ’ विषय पर आधारित इस मंडप में देश की पारंपरिक स्वास्थ्य और कल्याण प्रणालियों की समृद्ध विरासत को दर्शाया गया है। मंत्रालय की नवीनतम पहलों और नवाचारों को भी मंडप में प्रदर्शित किया गया है।
श्री जाधव ने प्रदर्शकों और प्रतिभागियों से बातचीत की और आयुष चिकित्सा पद्धति और जीवनशैली समाधानों को बढ़ावा देने में उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने समग्र स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने के लिए पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक नवाचारों के साथ एकीकृत करने के महत्व पर जोर दिया।
मंडप में मुख्य आकर्षणों में 'आयुष वीज़ा' प्रदर्शनी शामिल है, जो भारत के संपन्न स्वास्थ्य और कल्याण क्षेत्र में विदेशी लोगों को आकर्षित करने के उद्देश्य से एक पहल है। मंडप में 'आयुष आहार' भी शामिल है।
सत्या, यामिनी
वार्ता