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जन्मभूमि का कर्ज उतारना हम सबका कर्त्तव्य: शिवराज

जन्मभूमि का कर्ज उतारना हम सबका कर्त्तव्य: शिवराज

सीहोर, 28 जनवरी (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जन्मभूमि का कर्ज उतारना हम सबका कर्त्तव्य है। अपने गांव, अपनी माटी को न भूलें। वर्ष में एक बार अपने गांव अवश्य जायें। अपने गांव के बुजुर्गों का चाहे वे गरीब हो या अमीर, पैर छूकर आशीर्वाद अवश्य लें।

श्री चौहान सपरिवार आज अपने गृह ग्राम सीहोर जिले के जैत के गौरव दिवस समारोह में शामिल हुए। उन्होंने ग्राम की प्रतिभाओं का सम्मान किया, बुजुर्गों का आशीर्वाद लिया, मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। साथ ही गांव वालों को नशामुक्ति, पेड़ लगाने, बेटियों का सम्मान करने, अपने गांव को स्वच्छ और सुन्दर बनाने तथा बिजली, पानी बचाने का संकल्प दिलाया। मुख्यमंत्री ने स्व-सहायता समूह की बहनों को आजीविका एक्सप्रेस और लैपटॉप प्रदान किये। उन्होंने गौरव दिवस के उपलक्ष्य में हुयी नौका दौड़ सहित अन्य खेल गतिविधियों के विजेताओं को भी पुरस्कृत किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज वे परिवार सहित अपने गाँव का गौरव दिवस मनाने आए हैं। इसका संदेश यह है कि जब एक मुख्यमंत्री यह कर सकता है, तो आप क्यों नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि आज वे जो कुछ भी हैं माँ नर्मदा और अपने गाँव जैत की कृपा से हैं। जो कुछ उन्होंने सीखा जैत की माटी से सीखा। गांव से जुड़ी कई पुरानी यादें आज आ रही हैं। वे तैरकर नर्मदा पार जाया करते थे, कछार पर घंटों ध्यान लगाते थे। गाँव में सुबह उठ कर सब बच्चे पानी भरते थे और वहां के देवी-देवताओं पर चढ़ाते थे।

श्री चौहान ने कहा कि आज ग्राम जैत के गौरव दिवस समारोह में बाहर से आये सभी व्यक्ति हमारे मेहमान हैं। वे कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी सहित सभी का स्वागत करते हैं। प्रदेश में ग्राम, नगर के गौरव दिवस मनाने की परम्परा इसीलिए प्रारंभ की गई है कि हम अपने गांव, नगर काे न भूलें, इनसे निरंतर जुड़े रहें और उनकी प्रगति और विकास में पूरा योगदान दे सकें।

उन्होंने कहा कि परिवार, समाज और राष्ट्र के विकास में महिलाओं का पूरा योगदान रहता है। उनकी पत्नी श्रीमती साधना सिंह उनके हर कार्य में पूरा साथ देती हैं। बहन-बेटियों की इज्जत करना और उनके कल्याण के लिये निरंतर कार्य करना हम सभी का कर्त्तव्य है। प्रदेश में बेटियों का सर्वोच्च सम्मान है, उनके साथ दुराचार करने वालों के विरूद्ध फांसी की सजा का प्रावधान किया गया है।

श्री चौहान ने कहा कि गांव के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। गांव में कम्पोजिट पंचायत भवन बनाया जायेगा, जिसमें स्व-सहायता समूह की बहनों को बैठने के लिये स्थान, रूरल मार्ट, एटीएम, बीसी कक्ष आदि होंगे। उन्होंने जैत में स्टेडियम बनाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्व-सहायता समूह से महिलाओं को सशक्त किया जा रहा है। हमारा लक्ष्य है हर बहन की आमदनी कम से कम 10 हजार रूपये प्रतिमाह हो।



श्री चौहान नर्मदा जयंती के अवसर पर अपने गृह ग्राम जैत पहुंचे। मुख्यमंत्री के यहां पहुंचने पर ग्रामवासियों ने उनका स्वागत किया। सर्वप्रथम उन्होंने खेड़ापति हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश के नागरिकों की सुख-समृद्धि की कामना की। मुख्यमंत्री ने जैत गांव के जन्मदिन को गौरव दिवस के रूप में मनाया। श्री चौहान की पत्नी श्रीमती साधना सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थी।

श्री चौहान ने पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ ग्राम जैत में मां शारदा स्वसहायता समूह को ‘ग्रामीण आजीविका एक्सप्रेस’ की चाबी सौंपकर उसका शुभारंभ किया। यह वाहन 6 लाख 30 हजार रूपए की राशि से क्रय किया गया है। यह ग्रामीण आजीविका एक्सप्रेस वाहन डोबी, सरदारनगर, जैत, आमोन, खितवई तथा बकतरा के आंतरिक मार्गों से ग्रामीण यात्रियों को लाने एवं ले जाने का कार्य करेगा। मुख्यमंत्री ने मां शारदा स्व सहायता समूह की अध्यक्ष कुंती विश्वकर्मा, सचिव रामबाई को वाहन की चाबी प्रदान की।

श्री चौहान एवं श्रीमती साधना सिंह ने नर्मदा जयंती के अवसर पर ग्राम जैत पहुँचकर माँ नर्मदा की आरती और पूजन अर्चना किया। इस अवसर पर उन्होंने माँ नर्मदा से सबकी खुशहाली और सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। इसके पश्चात उन्होंने नौका प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। तत्पश्चात उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया। प्रतियोगिता में 11 नौकाओं में 22 लोग शामिल हुए।

आनन्द उत्सव कार्यक्रम के तहत ग्राम जैत में विभिन्न खेल प्रतियोगिताए आयोजित की गई। इन प्रतियोगिताओं में विजेता प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री ने मंच पर शील्ड एवं मेडल तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। श्री चौहान ने खेल प्रतियोगिताओं में नौका दौड़ में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर राहुल एवं रवि केवट 31 हजार रूपए की राशि एवं शील्ड, दूसरा स्थान प्राप्त करने पर प्रीतम कहार को 21 हजार रूपए एवं शील्ड तथा तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने पर बाली एवं बसंत को 11 हजार रूपए की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान किया।

इसी प्रकार पुरुष रस्साकशी में जैत के कप्तान शशांक चौहान तथा महिला रस्सा कस्सी में जैत हायर सेकेंडरी स्कूल की पल्लवी चौहान को पुरस्कार प्रदान किया। कबड्डी जूनियर बालक में मछवाई के बालक आकाश चौहान को तथा सीनियर में बालिका लक्ष्मी केवट को शील्ड एवं पुरस्कार प्रदान किया। कबड्डी सीनियर में बालिका वर्ग में जैत की कप्तान अंकिता चौहान को शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र तथा खो-खो में बालक वर्ग में कप्तान ऋषि चौहान एवं बालिका वर्ग में अंतरा चौहान को पुरूस्कार प्रदान किया।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने मेधावी छात्र-छात्राओं कुमारी निकिता स्वामी, निधि चौहान, प्राची चौहान, गौरव चौहान को पुरस्कार प्रदान किया। इस दौरान धनराज सोलंकी, योगेंद्र नामदेव, जितेंद्र सिंह, सलमा बी, मां शारदा स्वसहायता समूह से कुंती विश्वकर्मा तथा प्रियंका नामदेव को लाभान्वित किया गया। कार्यक्रम में स्वसहायता समूह की रानू ने कहा कि पहले हम गांव की महिलाएं केवल चौका चूल्हा तक ही सीमित थी।

सं बघेल

वार्ता

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