Friday, Mar 29 2024 | Time 07:00 Hrs(IST)
image
भारत


सीमाओं की रक्षा के लिए तत्पर है आईटीबीपी: देशवाल

सीमाओं की रक्षा के लिए तत्पर है आईटीबीपी: देशवाल

नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर(वार्ता) भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक सुरजीत सिंह देशवाल ने आज यहां कहा कि बल के जवान हिमालय और अन्य बर्फीले क्षेत्रों में शून्य से कम तापमान में पूरी तत्परता से देश की सरहदों की रक्षा कर रहे हैं और बल को जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी वह उसके लिए पूरी तैयार हैं।

श्री देशवाल ने बुधवार को यहां वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आईटीबीपी के जवान हिमालय और अन्य बर्फीले क्षेत्रों में शून्य से कम तापमान में देश की सरहदों की रक्षा कर रहे हैं और इसी वजह से देश की सीमाएं सुरक्षित हैं। बल की स्थापना खासतौर पर हिमालयी क्षेत्र की सीमाओं की रक्षा करने के लिए की गई थी और बल के ‘हिमवीर’ इस काम को बखूबी निभा रहे हैं । कुछ सीमा क्षेत्रों में जहां चीन के साथ सीमा विवाद हैं वहां नियमित गश्त के दौरान कईं बार दोनों देशों के सैनिकों का आमना-सामना भी हो जाता है लेकिन इसे सौहार्द्रपूर्ण तरीके से हल कर लिया जाता है।

उन्हाेंने बताया कि बल के अधिकारियों और जवानों को चीनी भाषा सिखाई जा रही है ताकि इस तरह की घटनाओं को आपसी बातचीत के जरिए सुलझाया जा सके। उन्होंने कहा कि भारत और चीन दोनाें बेहतर पड़ोसी हैं लेकिन किसी भी तरह के विवाद से निपटने के लिए राजनीतिक स्तर पर एक समन्वित कार्यप्रणाली कारगर तरीके से काम करती है और इसी के चलते सीमा विवाद अधिक तूल नहीं पकड़ पाते।

श्री सिंह ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में बॉर्डर ऑउट पोस्ट(बीओपी) की संख्या में इजाफा किया गया है और इनकी संख्या बढ़कर 25 हो गई है तथा सीमा क्षेत्रों में आईटीबीपी की पहुंच भी बढ़ी है । इन बीओपी में हर तरह की आधारभूत सुविधाएं हैं और तापमान भी 25 डिग्री के आसपास रखा जाता है ताकि जवानों को बेहतर वातावरण मुहैया कराया जा सके। सरकार ने पिछले पांच वर्षों में इनकी आधारभूत सुविधाओं में काफी इजाफा किया है और यहां हर तरह के आधुनिक उपकरण तथा वाहन उपलब्ध हैं ताकि जवानाें को किसी भी तरह की दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़े।

उन्होंने बताया कि बल का नया सीमावर्ती मुख्यालय लेह में स्थानांतरित कर दिया गया है और यह 31 अक्टूबर से काम करना शुरू कर देगा ।

जितेन्द्र संजीव

जारी वार्ता

More News
प्रधानमंत्री को लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने, संविधान को नुकसान पहुंचाने की कला में महारत हासिल है: खड़गे

प्रधानमंत्री को लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने, संविधान को नुकसान पहुंचाने की कला में महारत हासिल है: खड़गे

28 Mar 2024 | 11:35 PM

नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कांग्रेस प्रधानमंत्री द्वारा की गई टिप्पणी की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को लोकतंत्र से छेड़छाड़ करने और संविधान को नुकसान पहुंचाने की कला में महारत हासिल है।

see more..
सीएए पर सीख देने वालों को खारिज करने की आवश्यकता: धनखड़

सीएए पर सीख देने वालों को खारिज करने की आवश्यकता: धनखड़

28 Mar 2024 | 10:18 PM

नयी दिल्ली 28 मार्च (वार्ता) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने नागरिकता संशोधन अधिनियम पर सीख देने वालों को खारिज करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा है कि इन्हें जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है।

see more..
युवाओं का सशक्तिकरण करके राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित मोदी सरकार: अनुराग ठाकुर

युवाओं का सशक्तिकरण करके राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित मोदी सरकार: अनुराग ठाकुर

28 Mar 2024 | 9:08 PM

नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण और युवा एवं खेल मामलों के मंत्री, श्री अनुराग सिंह ठाकुर ने युवाओं के सशक्तिकरण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की बात की है। इसके अलावा श्री अनुराग ठाकुर ने अपने संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में स्वयं द्वारा चलाए जा रहे युवा केंद्रित कार्यक्रमों की भी जानकारी दी।

see more..
दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने की हो रही कोशिश: सौरभ भारद्वाज

दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार गिराने की हो रही कोशिश: सौरभ भारद्वाज

28 Mar 2024 | 8:18 PM

नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली और पंजाब में पार्टी को तोड़ने के लिए और सरकार को गिराने के लिए अलग-अलग हथकंडे अपना रही है।

see more..
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को 600 अधिवक्ताओं की चिट्ठी, 'निहित स्वार्थी समूहों' से बचाने का अनुरोध

सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को 600 अधिवक्ताओं की चिट्ठी, 'निहित स्वार्थी समूहों' से बचाने का अनुरोध

28 Mar 2024 | 8:11 PM

नयी दिल्ली, 28 मार्च (वार्ता) न्यायपालिका पर दबाव बनाने, न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने, तुच्छ तर्क और पुराने राजनीतिक उद्देश्य के आधार पर अदालतों को कथित तौर पर बदनाम करने वाले 'निहित स्वार्थी समूहों' के खिलाफ करीब 600 अधिवक्ताओं ने आवाज उठाई है।

see more..
image