नयी दिल्ली, 01 जून (वार्ता) विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने पदभार संभालने के बाद अपने ट्वीटर एकाउंट का पहली बार उपयोग किया और वादा किया कि वह अपनी पूर्ववर्ती श्रीमती सुषमा स्वराज के पदचिह्नों का अनुसरण करते हुए विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के साथ चौबीसों घंटे देश की सेवा करेंगे।
डॉ. जयशंकर ने मंत्री बनने के बाद करीब 10 बजे पहली प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “मेरा पहला ट्वीट। शुभकामनाओं के लिए आप सबका धन्यवाद। इस जिम्मेदारी को मिलने से बहुत सम्मानित अनुभव कर रहा हूं। श्रीमती सुषमा स्वराज के पदचिह्लों का अनुसरण करने पर गर्व है।”
उन्होंने एक और ट्वीट में कहा, “हम विदेश मंत्रालय में टीम इंडिया के रूप में सप्ताह के सातों दिन और चौबीसों घंटे आपकी सेवा में तत्पर हैं। अपने सहयोगी विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन जी के साथ इस दायित्व की अगुवाई करने पर प्रसन्नता अनुभव कर रहा हूं।”
डॉ. जयशंकर के ट्वीटर प्रोफाइल के अनुसार उन्होंने मई 2017 में ही यह एकाउंट बना लिया था लेकिन तब से अब तक एक भी ट्वीट नहीं किया था। उनका पहला ट्वीट विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार ग्रहण करने के एक दिन बाद आया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सोलह महीने पहले विदेश सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए डॉ. जयशंकर अपने मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल करके विदेश विभाग की जिम्मेदारी देकर लोगों को चौंका दिया है। वह भारत अमेरिका और भारत चीन संबंधों के गहरे जानकार हैं। उनके विदेश मंत्री बनने से विश्व राजनीति में अमेरिका चीन के बीच व्यापारिक तनाव के मध्य भारत के हितों को संतुलित ढंग से आगे बढ़ाये जाने की आशा है।
देश की राजनीति के हिसाब से जानकारों को विदेश मंत्रालय के जनोन्मुखी कार्याें को जारी रखे जाने को लेकर संदेह है। विदेश मंत्रालय में हिन्दी में कामकाज को बढ़ावा देने, 24 घंटे ट्वीटर देश-विदेश के साधारण लोगों की मदद करने, सांस्कृतिक संबंधों को विशेष तरजीह देने जैसे कार्यों के थमने या धीमे पड़ने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है। पर अपने पहले ट्वीट से डॉ. जयशंकर ने इन संदेहों को खारिज करने का प्रयास किया है।