राज्यPosted at: Feb 27 2024 1:00PM जारांगे-पाटिल ने अपनी भूख हड़ताल समाप्त की
जालना, 26 फरवरी (वार्ता) महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे-पाटिल ने सोमवार को अपनी 17 दिन की भूख हड़ताल समाप्त कर दी।
उन्होंने घोषणा की कि चार युवा मंगलवार से "श्रृंखला उपवास" पर जाएंगे और तब तक आंदोलन जारी रखेंगे जब तक कि महाराष्ट्र सरकार उन लोगों के विस्तारित परिवार के सदस्यों को कुनबी जाति प्रमाण पत्र जारी करना शुरू नहीं कर देती जिनके पास ऐसे दस्तावेज़ हैं, जिससे उन्हें आरक्षण का लाभ उठाने की अनुमति मिल सके।
इस घोषणा के बाद उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस पर अपना हमला तेज कर दिया। उन्होंने श्री फड़नवीस पर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत मराठों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
श्री जारांगे-पाटिल ने अंबाद तालुका के अंतरावती सरती गांव में अपने समर्थकों से कहा कि श्री फड़नवीस मेरा बलिदान चाहते हैं क्योंकि मैं 'सागेसोयारे (करीबी रिश्तेदार)' अधिसूचना के कार्यान्वयन के माध्यम से मराठा समुदाय को कुनबी प्रमाण पत्र जारी करने पर दृढ़ हूं।
उन्होंने मांग की है कि सभी मराठों को ओबीसी श्रेणी के तहत महाराष्ट्र में कुनबी जाति के रूप में वर्गीकृत किया जाए।
राज्य सरकार ने गत 20 फरवरी को मराठों को 10 प्रतिशत आरक्षण प्रदान करने वाला एक कानून बनाया।
जांगिड़
वार्ता