बेंगलुरू, 21 अक्टूबर (वार्ता) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने गुरुवार को कहा कि जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) धर्मनिरपेक्ष नहीं बल्कि सांप्रदायिक पार्टी है।
श्री सिद्दारामैया ने पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा के दावे पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा , “ इसमें कोई शक नहीं कि जद(एस) एक क्षेत्रीय पार्टी है, लेकिन यह एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी नहीं है। उनका व्यवहार धर्मनिरपेक्ष नहीं है। वह अपने व्यवहार और व्यवहार में धर्मनिरपेक्ष नहीं बल्कि सांप्रदायिक पार्टी है।” उन्होंने कहा कि अगर जद(एस) धर्मनिरपेक्ष होता, तो वह राज्य में सरकार नहीं बनाती और भाजपा के समर्थन से मैसूर नगर निगम में सत्ता हासिल नहीं करती।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम मतदाता बुद्धिमान हैं और वे जद(एस) के धर्मनिरपेक्षता के दावों पर यकीन नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राज्य के उपचुनावों में जद(एस) की भाजपा के साथ अंदरूनी मिलीभगत है , अन्यथा यह पार्टी सिंदगी और हनागल निर्वाचन क्षेत्रों में अल्पसंख्यक वोटों को विभाजित करने के लिए मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारती। उन्होंने कहा कि बसवकल्याण निर्वाचन क्षेत्र के पिछले उपचुनावों में भी ऐसा ही हुआ था। उस समय भी पार्टी ने एक मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा था, जिससे भाजपा को वहां चुनाव जीतने में मदद मिली।
ईंधन की कीमतों में वृद्धि पर श्री सिद्दारमैया ने लोगों से सड़कों पर उतरने और इसका विरोध करने का आग्रह किया।
टंडन जितेन्द्र
वार्ता