झांसी 04 अक्टूबर (वार्ता) उत्तर प्रदेश के झांसी में कोरोना महामारी काल में कई महीनों से बंद पड़े आंगनवाड़ी केंद्र साेमवार को फिर से गुलजार हुए जब मुस्कुराते चेहरों के साथ बच्चे इन केंद्रों में पहुंचे।
जनपद में मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र बनाये गये 100 केन्द्रों की रंग बिरंगी दीवारे, रंगीन मेज कुर्सी देखकर बच्चों के चेहरे खिल गए। अब से सप्ताह में दो बार यानि सोमवार और गुरुवार को आंगनवाड़ी केंद्र खोला जायेगा। इसके अलावा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर घर जाकर पोषण के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य पूर्व की भाति करती रहेंगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी नरेंद्र सिंह ने बताया कि कोविड की वजह से बच्चों की सुरक्षा के लिए आंगनवाड़ी केन्द्रों का संचालन कई महीनों से बंद चल रहा था। लेकिन वर्तमान में प्राथमिक स्कूल खुल जाने के बाद शासन ने आंगनवाड़ी केन्द्रों को भी खुलने के निर्देश दे दिये थे। शासन के निर्देशानुसार कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुये 4 अक्टूबर से सप्ताह में दो दिन सोमवार और गुरुवार को आंगनवाड़ी केन्द्रों को खोला जाएगा। यदि सोमवार और गुरुवार को अवकाश होता है तो उसके अगले दिन केन्द्रों को खोला जाएगा। 100 केंद्रो का कायाकल्प व बालापेंटिग के कारण बच्चों के बीच यह बहुत आकर्षक रहे। इससे बच्चों की पहले दिन ही उपस्थित भी अच्छी खासी रही।
डीपीओ ने बताया कि केंद्र खोलने से पहले उसकी साफ सफाई, शौचालय कि व्यवस्था और कोविड प्रोटोकॉल की व्यवस्था कर ली गयी थी। उसके बाद ही आज बच्चों को केंद्र पर बुलाया गया।
ब्लॉक का मथनपुरा केंद्र मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र बनाया गया है, यहाँ की प्रधान अर्चना की साढ़े तीन वर्षीय बच्ची भी केंद्र पर आती है। प्रधान अर्चना बताती है, कि मॉडल आंगनवाड़ी बना तो दिये गए थे, लेकिन उनका सार्थक शुरुआत आज से हुयी है, जब बच्चे इसका आनंद ले पाएंगे। केंद्र पर नियमित तौर पर आने वाला 04 वर्षीय संघर्ष केंद्र पर आकर बहुत खुश था, उसकी माँ वंदना ने बताया कि संघर्ष को पढ़ने का बहुत शौक है, और इसी कारण वह केंद्र पर आने का बहुत इच्छुक रहता है।
सोनिया
वार्ता