झांसी 14 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश के झांसी में कोविड-19 के लगातार बढ़ रहे मामलों पर मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने मंगलवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, सरकारी और निजी चिकित्सकों से साफ शब्दों में कहा कि इस प्रतिकूल समय में समाजहित में आप लोगों को आगे आकर सहयोग करना होगा ,आप अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते, सहयोग करेंगे तो समस्या हल हो जायेगी।
यहां आयुक्त सभागार में श्री शर्मा ने झांसी में कोविड-19 की बिगड़ती स्थिति को सुधारने और महानगर को बचाने के लिए बढ़ते हुए मरीजों की गति पर प्रभावी रोक लगाने जैसे विषयों पर चिकित्सकों के साथ आत्ममंथन किया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जिले में नोवल कोरोना वायरस से बढ़ती मौतों का कारण सही समय पर इलाज नहीं हो पाना है। मरीज आखिरी समय में अस्पताल आ रहा है लोगों को आपके माध्यम से जागरूक किया जाए ताकि लोग बीमारी छुपाए नहीं तत्काल अस्पताल आए,तभी जीवन सुरक्षित किया जा सकता है।
श्री शर्मा ने कहा कि इमरजेंसी के समय प्रशासन द्वारा चिंहित किये गये निजी अस्पताल जिम्मेदारी क्यों नहीं ले रहे हैं । क्या जरूरी है कि इमरजेंसी में मरीज मेडिकल कॉलेज ही आए, निजी अस्पतालों को भी जिम्मेदारी दी जाए। उन्होंने आईएमए व निजी चिकित्सकों से बात करते हुए कहा कि कोरोना वायरस को फैलने से कैसे रोका जाए सुझाव दें। मंडलायुक्त ने लाइफ लाइन, चिरंजीवी, निर्मल हॉस्पिटल सहित अन्य प्राइवेट नर्सिंग होम को ताकीद करते हुए कहा कि मरीजों को भर्ती करने से मना नहीं करेंगे। जनपद में अभी चार नर्सिंग होम चिन्हित है। नोन कोविड अस्पतालों में और भी नर्सिंग होम आगे आये, उन्होंने कहा कि मरीज को मरने नहीं दे सकते यह आपका पेशा है जिम्मेदारी लेंगे तो समस्या हल हो जाएगी। आप सभी समाज की बेहतरी में सहयोग करें।
जिला अस्पताल में उपलब्ध 250 बेड के सापेक्ष मात्र 24 बेड ही मरीजों से भरे होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि जब यहां ट्रूनेट मशीन उपलब्ध है तो मरीजों की जांच करते हुए भर्ती भी करें। भर्ती किये गये मरीजों को समय से चाय, नाश्ता, खाना देने के साथ सफाई व्यवस्था, चादर बदला जाना समय से सुनिश्चित हो। उन्होंने जिला अस्पताल में 16 बेड की इमरजेंसी को तत्काल 50 बेड के वार्ड में इमरजेंसी घोषित करने के आदेश दिये ताकि अधिक से अधिक मरीजों को भर्ती किया जा सके और चिकित्सीय सुविधाएं दी जा सके।
बैठक में कंटेनमेंट जोन में भी तमाम तरह की व्यवस्थाओं और नियमों के सख्ती से पालन कराने और ऐसा न होने पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिये। बिना मास्क लगाएं लोगों का चालन करने के निर्देश दिये। मंडलायुक्त ने कहा कि कंटेनमेंट जोन में होम क्वॉरेंटाइन वाले घर पर ही रहे बाहर ना निकले ना लोगों से मिले। उन्होंने कहां की लोगों को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने व भीड़ से बचने की भी जानकारी दें, उन्हें जागरूक करें।
निदेशक पैरामेडिकल कॉलेज डाक्टर एस एन सेंगर ने सुझाव देते हुए कहा कि ट्रूनेट मशीन से टेस्टिंग में तेजी लाएं और नॉन कोविड एरिया में टेस्टिंग करके स्थिति को सुधार सकते हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में कोविड आईसीयू 20 बेड थे परंतु अब बढ़ाकर 90 बेड कर दिए गए हैं वेंटीलेटर की सुविधा है। अभी और हालात बिगडे़गे की आशंका है, इसके लिए हमें और तैयारी करनी होगी। डॉ राजीव सिन्हा ने सुझाव दिया कि प्राइवेट सेक्टर को भी खोला जाए ताकि वहां भी मरीजों को देखा जा सके। उन्होंने स्टाफ के भागने की बात कही। जिस पर मंडलायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि समाज के प्रति जो जिम्मेदारी है, उसका निर्वहन करें।
लाइफ लाइन हॉस्पिटल के डॉक्टर प्रवीण कुमार ने ट्रूनेट मशीन की सुविधा जल्द उपलब्ध कराए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने बताया कि ट्रूनेट निजी हॉस्पिटल में लगाना आसान नहीं है। डॉ सतीश अग्रवाल ने कहा कि बुखार वाले मरीजों को देखने की गाइड लाइन में मनाही है, इसलिए हम उन्हें नहीं देख रहे हैं। यदि मरीज कोविड निगेटिव है तो उसका प्रॉपर इलाज किया जाएगा।
पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) एसएस बघेल ने चिकित्सकों के सुझाव को सुनते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया हैं कि अभी पीक टाइम आना है। आज जनपद में 650 टेस्टिंग में 112 पॉजिटिव आये हैं। क्या समाज के प्रति आपकी जिम्मेदारी नहीं है कि आप आगे आकर इस महामारी को रोकने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सभी नर्सिंगहोम में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित होगी।
इस मौके पर जिलाधिकारी श्री आन्द्रा वामसी, एसएसपी श्री डी प्रदीप कुमार, अपर आयुक्त श्री सर्वेश कुमार दीक्षित, सीएमओ डॉक्टर गजेंद्र कुमार निगम, एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव, डॉ अन्नु निगम, डॉ अंशुल जैन, डॉक्टर श्वेताशं, डॉक्टर सुदीप सहित अन्य चिकित्सक व अधिकारीगण उपस्थित रहे।
सोनिया
वार्ता