इंफाल, 21 अगस्त (वार्ता ) मणिपुर में प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्यों ने गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय कार्यालय (ईडी) के सामने विरोध प्रदर्शन किया और इस दौरान प्रदर्शनकारियों मांग की कि मोदानी महा घोटाले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) जांच करे और सेबी अध्यक्ष को तत्काल हटाए।
कांग्रेस अध्यक्ष के मेघचंद्र, कांग्रेस संसदीय समिति (सीएलपी) नेता ओ इबोबी, सीडब्ल्यूसी सदस्य गाइखंगम और पीसीसी, डीसीसी, बीसीसी और विभिन्न फ्रंटल संगठनों के कार्यकर्ताओं के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेताओं ने तोरण और तख्तियां लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय की ओर रैली निकाली।
इस दौरान श्री मेघचंद्र ने मोदानी महा घोटाले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति और सेबी अध्यक्ष को तत्काल हटाने की मांग की। उन्होंने यह भी पूछा कि प्रधानमंत्री अडानी और सेबी अध्यक्ष को क्यों बचा रहे हैं। विरोध प्रदर्शन के बाद, कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने पोस्टर लेकर और नारे लगाते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग पर मार्च किया और मोदानी महा घोटाले की जेपीसी जांच और सेबी अध्यक्ष को तुरंत हटाने की मांग की।
श्री सिंह ने मोदानी महाघोटाले की जांच के लिए जेपीसी गठित न करने के लिए मौजूदा मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके चंद दोस्तों के बीच संबंधों पर सवाल उठाए और उन पर अपने फायदे के लिए देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया। एआईसीसी के कार्यकारी सदस्य (कानून) एन. बुपेंडा मीतेई ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार की चुप्पी और उच्चतम न्यायालय का सम्मान न करने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने 24 में से शेष दो जांचों को तीन महीने के भीतर पूरा करने का आदेश दिया था, लेकिन सेबी ने इसे पूरा नहीं किया। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री आज तक सेबी अध्यक्ष को क्यों बचा रहे हैं। मोदानी महाघोटाले की जांच जेपीसी से क्यों नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के तहत क्रोनी कैपिटलिज्म ने देश की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है।
संतोष,आशा
वार्ता