लखनऊ, 28 नवम्बर (वार्ता) भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) की पहली अधिकारी एवं पुडुचेरी की उपराज्यपाल डा0 किरन बेदी ने कहा कि न्याय और हिम्मत बेहतर पुलिसिंग के लिये आवश्यक है।
श्रीमती बेदी ने आज यहां दो दिवसीय 47 वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस का उद्घाटन किया। कार्यक्रम की बतौर मुख्य अतिथि अपने उद्बोधन में पुलिस को 47वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के आयोजन, कुम्भ एवं अयोध्या प्रकरण में पुलिस द्वारा उच्चतम स्तर की दक्षता को प्रदर्शित करते हुए उत्कृष्ट तरीके से कानून व्यवस्था के कीर्तिमान स्थापित करने की बधाई दी। उन्होंने कहा कि न्याय और हिम्मत बेहतर पुलिसिंग के लिये आवश्यक है। बेहतर पुलिसिंग के लिये व्यवहारिक प्रशिक्षण की आवश्यकता है। व्यवहारिक पुलिसिंग के लिये बीट पुलिसिंग अनिवार्य है।
उन्होंने बीट पुलिसिंग के माध्यम से आमजन तक पहुंच कर उनकी समस्याओं को समझते हुए उनसे खुद को जोड़कर रखने से अपराध के नियंत्रण में आसानी होती है। अपनी सेवा के दृष्टांत को बताते हुए उनके द्वारा कहा गया कि पूर्व में भी बीट कर्मी अपनी-अपनी बीटों में नियमित रूप से जाकर जनसामान्य से सम्पर्क स्थापित करते थे जिससे जनसमस्याओं का निराकरण होने के साथ-साथ अपराधों पर भी नियंत्रण रहता था। बीट पुलिसिंग को प्रभावी बनाने के लिए वहाॅ नियुक्त पुलिस कर्मियों की अन्य कहीं ड्यूटी न लगायी जाये। बीट में जो भी पुलिस कर्मी बेहतर कार्य करें उनकी प्रशंसा भी करनी चाहिए तथा उन्हें पुरस्कृत भी किया जाये, ताकि बेहतर कार्य संस्कृति लायी जा सके।
किरन बेदी कहा आशा व्यक्त करते हुए कहा कि अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस अपने आयोजन में पूर्ण रूप से सफल रहेगा। उन्होंने पुलिस महानिदेशक के कर्तव्यनिष्ठा की सराहना करते हुए कहा कि उनके लगातार सतत् परिश्रम से ही उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुये उन्हे स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। मंच पर वी एस के कौमुदी, पुलिस महानिदेशक, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, श्रीमती रेणुका मिश्रा, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस एवं प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड उपस्थित रही।
त्यागी
जारी वार्ता