खेलPosted at: Jun 18 2018 3:43PM पोलैंड की लेवांडोवस्की के सामने के2
मॉस्को, 18 जून (वार्ता) पोलैंड के फारवर्ड राबर्ट लेवांडोवस्की जब मंगलवार को फीफा विश्वकप के ग्रुप एच में अपनी टीम की अगुवाई करने उतरेंगे तो उनके लिये सबसे बड़ी चुनौती विपक्षी सेनेगल के कालीडू कोलीबाली के मजबूत डिफेंस को भेदना होगा जो दुनियाभर में के2 के नाम से मशहूर हो गये हैं।
के2 29 साल की उम्र में विश्वकप में पदार्पण करने जा रहे हैं। पोलैंड की टीम दूसरी ओर गोल दागने के लिये लेवांडोवस्की पर निर्भर है तो सेनेगल के कालीडू पिछले चार सत्रों में अपने जबरदस्त डिफेंस की बदौलत यूरोपियन फुटबाल क्लब के शीर्ष और सबसे सफल डिफेंडर बन गये हैं।
वर्ष 2014 में नेपोली से जुड़े कालीडू मौजूदा समय में क्लब के शीर्ष खिलाड़ी हैं और अपने बेहतरीन डिफेंस के चलते उन्होंने टीम को सिरी ए की मजबूत टीम बनने में भी मदद की है। अपने खेल के चलते ही उन्हें दुनिया के ऊंचे पर्वतों में एक के2 का नाम दिया गया है। कालीडू को खेल में उनकी तकनीक, शारीरिक क्षमता और तेज़ दिमाग के लिये जाना जाता है इसीलिये उनके डिफेंस को भेदना किसी भी खिलाड़ी के लिये आसान नहीं होता है।
फ्रांस के कोच डिडियर डीशैंप भी कालीडू के प्रशंसक माने जाते हैं। यह दिलचस्प है कि कालीडू सेनेगल माता पिता से फ्रांस में जन्मे थे। दूसरी ओर लेवांडोवस्की ने पोलैंड को विश्वकप फाइनल्स में पहुंचने में मदद की है जिन्होंने क्वालिफाइंग के 10 मैचों में 16 गोल किये हैं जिसमें तीन हैट्रिक शामिल है। उन्होंने बायर्न म्युनिख के लिये भी रिकार्ड गोल प्रदर्शन किया है।
लेवांडोवस्की ने कहा“ मैंने इस सत्र में कम मैच खेले हैं और मैं पहले से अधिक तरो ताजा हूं और इसी लय के साथ मैं ओपनिंग मैच में खेलूंगा। हालांकि मैं नहीं जानता कि मैं टीम के लिये कितने गोल कर सकूंगा।”
प्रीति
वार्ता