(सचिन बुधौलिया से)
करगिल, 25 जनवरी (वार्ता) सरकार ने पाकिस्तान से लगती नियंत्रण रेखा के समीप करगिल की छवि बदलने की ठान ली है और यहां मौजूद विश्व की अनूठी बौद्ध विरासत एवं साहसिक खेलों की संभावनाओं को पर्यटन मानचित्र पर उभारने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल करगिल की दो दिन की यात्रा पूरी करने से पहले आज यहां राष्ट्रीय पर्यटन दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए। इससे पहले उन्होंने रविवार को मुनबेख चंबा बौद्ध मठ और 30 फुट ऊंची मैत्रेयी बुद्ध की प्रतिमा के दर्शन किए जिसे बामियान की 70 फुट ऊंची बौद्ध प्रतिमा के ध्वंस के बाद विश्व की सबसे बड़ी बौद्ध प्रतिमा माना जाता है।
करगिल के बेमाथांग आइस ग्राउंड में राष्ट्रीय आइस स्केटिंग रेस और महिला आइस हाकी के फाइनल मैच के बाद श्री पटेल ने विजेता युवाओं को पुरस्कृत किया। उन्होंने नकतल में लिंकीपाल स्नो स्लोप पर राष्ट्रीय स्कीइंग प्रतियोगिता का उद्घाटन किया था।
कार्यक्रम की अध्यक्षता लद्दाख के सांसद जम्यांग शेरिंग नामग्याल ने की जिसमें करगिल जिला विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष फिरोज अहमद खान, जिला अधिकारी, पुलिस अधीक्षक आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री पटेल ने कहा, “करगिल को लेकर दुनिया की धारणा अब बदलनी चाहिए। मुनबेख के मैत्रेयी बुद्ध आपकी विरासत है। विश्व को पता चलना चाहिए कि करगिल युद्ध भूमि नहीं बल्कि बुद्ध भूमि और शांति एवं पर्यटन की जगह है।”
उन्होंने कहा कि करगिल, द्रास, जंस्कार, बटालिक में होम स्टे को बढ़ावा दिया जाएगा। करगिल में बनने वाला भारतीय स्की एवं पर्वतारोहण संस्थान इसे एक अंतर्राष्ट्रीय स्तर का हिम एवं साहसिक पर्यटन केंद्र के रूप में ख्याति देगा। उन्होंने कहा कि तीन साल के भीतर इस संस्थान में स्थानीय लोगों को प्रशिक्षण देकर उन्हें ही कोच बनाया जायेगा। करगिल में अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा और यहां से विश्व स्तरीय प्रतिभाएं निकलेंगी।
श्री पटेल ने कहा कि भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के गाइड के आनलाइन कोर्स यहां के बच्चों के लिए उपलब्ध हैं। अन्य कोर्स में भी उन्हें अनुसूचित जनजाति के कोटे से प्रवेश मिल सकता है। उन्होंने करगिल जिले में होम स्टे को प्रोत्साहित करने और इसके लिए होटल प्रबंधन संस्थान द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की भी घोषणा की।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री ने स्थानीय लोगों का आह्वान किया कि वे अपनी संस्कृति, परंपरा, खानपान, भाषा और वेशभूषा को सुरक्षित और संरक्षित रखें और उसे संवर्द्धित करें। उसी से करगिल आगे बढ़ेगा और केन्द्र सरकार का संस्कृति मंत्रालय उनकी पूरी मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार करगिल सहित लद्दाख की जनता के साथ है और यहां हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि करगिल में एटीआर विमान सेवा उपलब्ध कराने पर विमानन कंपनियों को घाटे की पूर्ति (वीजीएफ) पर्यटन मंत्रालय करेगा। इस तरह से करगिल के लिए विमान सेवा जल्द शुरू हो सकेगी।
इससे पहले सांसद श्री नामग्याल ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में करगिल और लेह के लिए विकास के द्वार खुल गये हैं। करगिल को पहले युद्ध क्षेत्र माना जाता रहा लेकिन अब सरकार इसकी क्षमताओं को निखारने के लिए कटिबद्ध है। किसी केंद्रीय मंत्री का पहली बार करगिल में रात में विश्राम करना, सरकार के इस संकल्प का प्रमाण है।
सांसद ने श्री पटेल से अनुरोध किया कि करगिल में हर साल इसी समय नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर हिम खेलों की राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आयोजन किया जाना चाहिए।
उन्होंने करगिल के विकास के लिए कनेक्टिविटी को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि जोजीला सुरंग का काम तेजी से शुरू हो गया है और यह 5 साल में यह चालू हो जाएगी। इससे कारोबार एवं रोजगार बढ़ेगा।
इस मौके पर भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान, ग्वालियर के निदेशक और भारतीय स्की एवं पर्वतारोहण संस्थान गुलमर्ग के प्रिंसिपल प्रो. आलोक शर्मा ने करगिल के 10 प्लस 2 उत्तीर्ण बच्चों के लिए एक कोर्स की घोषणा की।
सचिन टंडन
वार्ता