श्रीनगर 15 मई (वार्ता) नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष और सांसद फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि कर्नाटक चुनाव के नतीजे धार्मिक सद्भाव और प्रेम की जीत का प्रतीक हैं।
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के पिंग्लिश में एक कार्यक्रम से इतर पूर्व मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से कहा,“चुनाव लोकतंत्र की जड़ और नींव हैं।”
उन्होंने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत वास्तव में प्रेम और धार्मिक सद्भाव के सिद्धांतों की जीत है और इस चुनाव ने साबित कर दिया है कि लोगों ने बांटने, डराने-धमकाने और सांप्रदायिकता की राजनीति को नकार दिया है।
श्री फारूक ने कहा,“चुनावों के माध्यम से एक स्वच्छ और पारदर्शी सरकार स्थापित होती है तथा लोग अपने वास्तविक प्रतिनिधियों को चुनते हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता और लोकतंत्र का अस्तित्व देश के सभी वर्गों के लोगों के समान व्यवहार और भारत के संविधान के तहत किसी भी धर्म के लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करने में निहित है।
जम्मू-कश्मीर में होने जा रही जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में श्री फारूक ने कहा कि यह खुशी की बात है कि जी20 की बैठक यहां हो रही है और इसका मुख्य उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है।
हवाई यात्रा के ऊंचे किराए के बारे में पूछे जाने पर श्री फारूक ने इस पर रोष व्यक्त किया और कहा कि हवाई किराए के अत्यधिक होने के कारण स्थानीय लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है तथा साथ ही कश्मीर में पर्यटकों के आगमन में बाधा आ रही है।
उन्होंने कहा कि जिस हवाई टिकट की कीमत चार हजार रुपये होनी चाहिए, वह आज 24 हजार में बिक रही है।
उन्होंने कहा,“हमने बार-बार केंद्र सरकार के सामने इस मुद्दे को उठाया है लेकिन दुर्भाग्य से वे हमें केवल आश्वासन देते हैं लेकिन व्यावहारिक रूप से कुछ भी नहीं किया जा रहा है।”
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा “ मैं एक बार फिर केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि घाटी के लिए हवाई किराए को कम करने के लिए ठोस और प्रभावी उपाय किए जाएं।”
संजय, सोनिया
वार्ता