श्रीनगर, 27 मई (वार्ता) कश्मीरी पंडितों के एक समूह ने वार्षिक खीर भवानी मेले की पूर्व संध्या पर शनिवार को जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिला प्रशासन के खिलाफ मंदिर स्थल पर तीर्थयात्रियों के लिए खराब व्यवस्था करने का आरोप लगाते हुए विरोध-प्रदर्शन किया।
कुछ कश्मीरी पंडित जहां कल शाम तुल्लमुल्ला श्राइन पर पहुंचे, वहीं रविवार को वार्षिक मेला खीर भवानी उत्सव के लिए उनके बड़ी संख्या में तुल्लामुल्ला में जुटने की उम्मीद है। श्रीनगर से 27 किमी दूर तुल्लामुल्ला स्थित रागन्या देवी का मंदिर वर्षों से वार्षिक मेले की मेजबानी कर रहा है, जो विशेष रूप से कश्मीरी पंडितों को आकर्षित करता है।
विरोध-प्रदर्शन में शामिल एक कश्मीरी पंडित ने कहा, “कल शाम जब हम यहां पहुंचे, तब हमने देखा कि तीर्थयात्रियों के लिए पर्याप्त सुविधाएं नहीं हैं। तीर्थयात्रियों के लिए पेयजल और आवास की कोई सुविधा नहीं थी।” विरोध कर रहे पंडितों ने कहा कि यह अजीब है कि सरकार को पता था कि वे आ रहे हैं , इसके बावजूद यहां उचित व्यवस्था नहीं की गयी।
एक महिला प्रदर्शनकारी ने कहा, “हमने पिछली रात खराब व्यवस्था को देखने के बाद सोचा कि लौट जायें।” प्रदर्शनकारियों ने अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गंदेरबल के उपायुक्त श्यामबीर ने कहा कि कल रात तीर्थयात्री खीर भवानी मेले में पहुंचे और कुछ असामाजिक तत्व गलत सूचना फैला रहे थे। उन्होंने कहा, “हमने उनके खाने और रहने की व्यवस्था की थी, लेकिन खराब मौसम के कारण कुछ टेंटों में पानी घुस गया। हमने सभी तीर्थयात्रियों के साथ बैठक की और हम स्वयंसेवकों के साथ मिलकर उनके मुद्दों को सुलझा रहे हैं।”
श्री श्यामबीर ने कहा, “हमारे पास कल रात पर्याप्त आवास थे। एक स्कूल के 12 कमरे खाली थे और फिर भी यहां विरोध-प्रदर्शन किया गया। हमें यह समझना चाहिए कि यहां 2400 लोग (तीर्थयात्री) थे और विरोध-प्रदर्शन करने वालों की संख्या महज 12 थी।”
यामिनी,आशा
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