Thursday, Apr 18 2024 | Time 14:06 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


तेलंगाना की जनता को केसीआर ने दिया 600 करोड़ रु के सचिवालय भवन का तोहफा

तेलंगाना की जनता को केसीआर ने दिया 600 करोड़ रु के सचिवालय भवन का तोहफा

हैदराबाद, 30 अप्रैल (वार्ता) तेलंगाना के मुख्यमंत्री एवं भारत राष्ट्र समिति (बी आर एस) के प्रमुख के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने रविवार को यहां राज्य सरकार के नवनिर्मित भव्य सचिवालय भवन का उद्घाटन करते हुए राज्य के नव निर्माण और समरसता के प्रति अपनी पार्टी और सरकार के संकल्प को दोहराया। उन्होंने तेलंगाना के विकास और गौरव को बढ़ाने वाली परियोजनाओं की आलोचना के लिए विपक्ष को जमकर फटकार लगायी।

श्री राव ने वर्ष के अंत में होने जा रहे विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश की 3.80 करोड़ जनता को 617 करोड़ रुपए की स्वीकृत लागत से निर्मित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर राज्य सचिवालय भवन का तोहफा देते हुए इस परियोजना की आलोचना कर रहे विपक्षी दलों को ‘बौना और दृष्टिहीन’ करार दिया।

कुतुब मीनार से 26 फुट ऊंचा छह मंजिला नया सचिवालय भवन हुसैन सागर झील के किनारे स्थित है और पुराने सचिवालय भवन को तोड़कर बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुराना सचिवालय भवन समय की जरूरत को पूरा नहीं कर रहा था और सरकारी कर्मियों को धूप और बरसात में फाइलों को इस भवन से उस भवन लेकर भागना पड़ता था।

श्री राव ने कहा, “धूप में फाइलों को लेकर इस भवन से उस भवन आड़े-तिरछे चलने को मजबूर राज्य कर्मियों की स्थिति को देखकर हमने नया सचिवालय स्थापित किया है। मुझे अपने हाथों से नया सचिवालय शुरू करने की खुशी है, जो तेलंगाना के दिल की तरह है।”

उद्घाटन समारोह में राज्य की मुख्य सचिव शांति कुमारी ने कहा कि यह देश की पहली गोल्ड रेट ग्रीन बिल्डिंग है और इसमें प्रशासनिक कार्य की दृष्टि से अत्याधुनिक सुविधाएं और सुरक्षा के उपाय किए गए हैं।

श्री राव ने दोपहर बाद 1:24 बजे नये सचिवालय भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया। अपराह्न 1:40 बजे वह वैदिक मंत्रों के पाठ और पुष्प-फल-प्रसाद, अक्षत और तिलक के साथ ब्राह्मणों द्वारा किए गए धार्मिक अनुष्ठानों के बीच सचिवालय में अपनी सीट संभाली और औपचारिक तौर पर कुछ फाइलों पर हस्ताक्षर किए। उनके मंत्रिमंडल के कई वरिष्ठ मंत्रियों ने भी धार्मिक अनुष्ठान के साथ नए भवन में अपने-अपने कार्यालय कक्ष में अपनी कुर्सी संभाली। मुख्य सचिव शांति कुमारी ने भी विधिवत पूजा के बाद नए भवन में अपना कार्यालय संभाला और कुछ फाइलों पर हस्ताक्षर

किये।

उद्घाटन समारोह में विधानसभा के अध्यक्ष पी श्रीनिवास रेड्डी, विधान परिषद के सभापति जी सुखेंद्र रेड्डी, सांसद, विधायक, राज्य मुख्यालय तथा जिलों के वरिष्ठ अधिकारी तथा सचिवालय कर्मी और बीआरएस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने तेलुगू में अपने भाषण में सरकार पर लगाये जा रहे फिजूलखर्ची के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि तेलंगाना एकमात्र राज्य है जो वित्तीय सहायता की शर्तों का पालन कर रहा है। उन्होंने कहा कि नवीनीकरण और पुनर्निर्माण का मतलब नहीं जानने वाले लोग ही सरकार की आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेलंगाना के गठन के समय हैदराबाद को छोड़कर पूरा तेलंगाना क्षेत्र पिछड़ा हुआ था, यह बात तत्कालीन नीति आयोग की रिपोर्टों में दर्ज थी। श्री राव ने कहा, “ मैं उन जनप्रतिनिधियों की सराहना करता हूं जिन्होंने तेलंगाना के गांवों को तेलंगाना सचिवालय की तरह विकसित किया है। ”

मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना का गठन बड़े संघर्ष से हुआ था। आंध्रप्रदेश के विभाजन के पूर्व के समय में तेलंगाना क्षेत्र के साथ अन्यायपूर्ण व्यवहार हुआ था।

पृथक तेलंगाना राज्य के लिए सफल आंदोलन का नेतृत्व करने वाले श्री राव ने कहा, “मैं उन सभी को सलाम करता हूं जिन्होंने मेरे साथ काम किया और मेरे साथ चले। ”

श्री राव ने कहा कि तेलंगाना के गांव भी शानदार ढंग से फल-फूल रहे हैं। तेलंगाना बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के दिखाए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। तेलंगाना राज्य की आकांक्षा, पुनर्विकास और पुनर्निर्माण, नए ढांचों का अच्छी तरह से निर्माण किया गया है।

श्री राव ने कहा कि उनकी सरकार ने लंबे काल तक सूखे और जल संकट से प्रभावित तेलंगाना क्षेत्र में जल संचय और प्रबंध के नए उपाय कर राज्य को कृषि क्षेत्र में अग्रणी स्थिति में लाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा, “ हमने बड़े पैमाने पर जल परियोजनाएं बनाई हैं लेकिन विपक्ष हमारी परियोजनाएं दिखाई नहीं देतीं। ”

मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना में आज इनवर्टर और कन्वर्टर्स के बिना लोगों को 24 घंटे बिजली सुलभ कराई जा रही है।कृषि कार्याें के लिए बिजली मिलने से किसान खुश हैं। इसी का मतलब है, तेलंगाना का पुनर्निर्माण।

उन्होंने कहा,“ इस पुनर्निर्माण का मतलब है कि हमने खोई हुई वन संपदा को हासिल कर लिया है।हमने फ्लोराइड को स्थायी रूप से हटा दिया है और हर घर में पानी पहुंचा दिया है। ”

मुख्यमंत्री ने राज्य में कानून-व्यवस्था स्थिति को भी सराहनीय बताया और पुलिस महानिदेशक अंजनी कुमार के नेतृत्व में तेलंगाना पुलिस के कार्य की विशेष रूप से सराहना की।

दक्षिण भारतीय और अरबी तथा काकतीय वास्तु कला के मिश्रण वाले नये सचिवालय भवन की कल्पना और डिजाइन चेन्नई के आर्किटेक्ट मेसर्स ऑस्कर एंड पॉन्नी आर्किटेक्ट्स ने किया है और इसका निर्माण शापूररजी पल्लौंजी एंड कंपनी प्राइवेट लिमिटेड ने किया है। मुख्यमंत्री ने इस कार्य के लिए इन कंपनियों, निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों और प्रशासन के अधिकारियों को धन्यवाद दिया।

इसका कुल क्षेत्र करीब 28 एकड़ में फैला है और सचिवालय भवन 2.45 एकड़ में निर्मित है। इसकी ऊंचाई 265 फुट और निर्मित क्षेत्र 8.59 लाख वर्ग फुट है।

तेलंगाना का गठन अविभाजित आंध्र प्रदेश के बंटवारे के बाद दो जून 2014 को किया गया था। उस समय राज्य सरकार की मशीनरी पुराने सचिवालय के चार अलग-अलग खंडों से परिचालित की जा रही थी। परिचालन में दिक्कतों को देखते हुए राज्य सरकार ने सड़क एवं भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी की अध्यक्षता में एक उप समिति बिठाकर उससे सचिवालय भवन के बारे में रिपोर्ट देने को कहा था समिति में। श्री राव ने 27 जून 2019 को नए सचिवालय भवन की आधारशिला रखी थी।

मनोहर श्रवण

वार्ता

More News
चुनाव आयोग ने लोस चुनाव के चौथे चरण के लिए जारी की अधिसूचना

चुनाव आयोग ने लोस चुनाव के चौथे चरण के लिए जारी की अधिसूचना

18 Apr 2024 | 12:46 PM

नई दिल्ली/हैदराबाद, 18 अप्रैल (वार्ता) चुनाव आयोग (ईसीआई) ने गुरुवार को आम चुनाव के चौथे चरण के लिए अधिसूचना जारी कर दी और इसके साथ ही आज से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई।

see more..
राहुल गांधी ने चुनावी बांड विवाद को फिर से गरमाया

राहुल गांधी ने चुनावी बांड विवाद को फिर से गरमाया

17 Apr 2024 | 10:57 PM

मांड्या, 17 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में एक साक्षात्कार के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हाथ कांपने का जिक्र करते हुए चुनावी बांड पर बहस फिर से शुरू कर दी है।

see more..
image