Friday, Mar 29 2024 | Time 21:15 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


केजरीवाल ने मजीठिया से माफी मांग कर पार्टी में विभाजन पैदा किया:खैहरा

केजरीवाल ने मजीठिया से माफी मांग कर पार्टी में विभाजन पैदा किया:खैहरा

जालंधर, 22 अक्टूबर (वार्ता) पंजाब एकता पार्टी के अध्यक्ष एवं विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने आज अपना इस्तीफा वापस लेने को सही ठहराते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने तानाशाह के रूप में काम किया और कभी भी अपने वायदों का पालन करने की जहमत नहीं उठाई।

श्री खैहरा ने आज यहां जारी बयान में कहा कि श्री केजरीवाल ने उन्हें पार्टी से मौखिक रूप से निलंबित कर दिया गया था, बाद में उन्हें मौखिक रूप से अवगत कराया गया कि वह पार्टी से भी निष्कासित हैं। विधायक के रूप में अपना इस्तीफा वापस लेते हुए आज श्री खैहरा ने अपने कदम को सही ठहराते हुए कहा कि श्री केजरीवाल ही थे जिन्होंने ड्रग माफिया बिक्रम मजीठिया से उनके द्वारा बार-बार लगाए ड्रग के आरोपों पर माफी मांगकर पार्टी में विभाजन पैदा किया। उन्होंने कहा कि जब वह और अन्य लोग उनकी कायरतापूर्ण माफी का विरोध करने लगे तो श्री केजरीवाल, उनके और अन्य विधायक के प्रति संवेदनशील हो गये। इसलिए, श्री केजरीवाल ने पार्टी के विधायक मंडल की किसी भी बैठक को बुलाए बिना, असंवैधानिक रूप से उन्हें 26 जुलाई 2018 को ट्विटर पर विपक्ष नेता के रूप में हटा दिया। उन्होंने कहा कि इस कृत्य से पता चलता है कि श्री केजरीवाल तानाशाह की तरह काम करते हैं।

श्री खैहरा ने कहा कि वैचारिक मतभेदों के बारे में हमारे विपक्ष को पचाने में असमर्थ श्री केजरीवाल ने एक बार फिर से उचित संविधान का पालन किए बिना तीन नवंबर 2018 को पार्टी विरोधी गतिविधि के आधार पर उन्हें और कंवर संधू विधायक को निलंबित कर दिया है। उन्होंने कहा कि वे केवल इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के माध्यम से अपने निलंबन के बारे में जानते हैं और उन्हें न तो उनके मामले को पेश करने का मौका दिया गया और न ही किसी कारण बताओ नोटिस का पालन किया गया और न ही उनके निलंबन के संबंध में लिखित में कुछ दिया गया।

श्री खैहरा ने कहा कि बाद में पार्टी के एक पदाधिकारी ने उन्हें सूचित किया कि उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है और वह कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा कि श्री केजरीवाल के तानाशाह और कायरतापूर्ण चरित्र को समय-समय पर उजागर किया गया है और यही कारण है कि पार्षद भूषण, योगेंद्र यादव, कुमार विश्वास, एच एस फुलका, गुरप्रीत घुग्गी, डॉ गांधी आदि सहित सभी प्रमुख लोगों को अपमानित किया गया और बाहर का दरवाजा दिखाया गया।

श्री खैहरा ने कहा कि उन्हें भुल्लथ निर्वाचन क्षेत्र के सैकड़ों सम्मानित और निर्वाचित लोगों से संपर्क किया है, जिन्होंने उन्हें विधानसभा से इस्तीफा देने की सलाह दी है, क्योंकि यह केवल मतदाताओं पर एक अनावश्यक उपचुनाव का बोझ होगा। यह एक खुला रहस्य है, कि उपचुनाव केवल शराब, ड्रग्स, पैसा आदि के वितरण के माध्यम से वातावरण को प्रभावित करते हैं, इसके अलावा सरकारी खजाने को भारी नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि उनकी कानूनी टीम की सलाह पर काम करते हुए, भुल्लथ और उनके सहयोगियों के लोगों की भावनाओं को देखते हुए उन्होंने इस्तीफा वापस लेने का फैसला किया।

ठाकुर.श्रवण

वार्ता

image