मोरबी, 03 नवंबर (वार्ता) गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने रविवार को कहा कि हमारे शास्त्रों और पुराणों का ज्ञान हमें जीवन जीने की नई चेतना और ऊर्जा प्रदान करता है।
श्री रूपाणी ने मोरबी जिले की हलवद तहसील में चराड़वा गांव के श्री महाकाली आश्रम में आज आयोजित एक धर्मसभा में उन्होंने कहा कि गीता, पुराण और हमारे भव्य इतिहास सहित महापुरुषों का जीवन हमारे जीवन को स्वस्थ बनाकर निराशा के अंधेरे को दूर करता है और हमारे शास्त्रों और पुराणों का ज्ञान हमें जीवन जीने की नई चेतना और ऊर्जा प्रदान करता है।
कथा आयोजन समिति और आठ गांवों के प्रतिनिधि एवं मालधारी समाज की ओर से मुख्यमंत्री का सम्मान किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पत्नी के साथ पोथी की पूजा-अर्चना की।
पू. दयानंदगिरी जी महाराज और पू. अमरगिरी जी महाराज के सान्निध्य में 29 अक्टूबर से चल रहे श्री शिव महापुराण ज्ञान यज्ञ और रूद्रयाग धर्मोत्सव में श्री रूपाणी और उनकी पत्नी श्रीमती अंजलीबेन ने कथा श्रवण का भी लाभ लिया। उन्होंने कहा कि संत दयानंदगिरी बापू इस क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से अच्छे कार्य कर रहे हैं। उनकी साधना और आशीर्वाद से इस क्षेत्र में सुख-समृद्धि और खुशहाली है। गाय, गंगा, गीता और गायत्री की उपासना के माध्यम से हम भारत को दिव्य बना रहे हैं। भारत मां को जगत गुरु और सामर्थ्यशाली बनाने के लिए हम सबका साथ, सबका विकास का मंत्र लेकर आगे बढ़ रहे हैं। देश के विकास के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी अविरत पुरुषार्थ कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि गुजरात में सूखे की समस्या को समाप्त करने के लिए हम प्रयास कर रहे हैं। इस संदर्भ में सौराष्ट्र की महत्वाकांक्षी सौराष्ट्र नर्मदा अवतरण सिंचाई योजना (सौनी योजना) का कार्य अंतिम चरण में है। इस योजना के जरिए सौराष्ट्र के 115 जलाशयों को नर्मदा के पानी से भरा जाएगा। उन्होंने गुजरात को आदर्श राज्य और विकास का इंजन बनाने के साथ ही व्यसन मुक्त, शिक्षित एवं दीक्षित बनाने तथा गुजरात के विकास के जरिए भारत के विकास को गति देने के लिए कटिबद्ध बनने का अनुरोध किया। नववर्ष के मौके पर बेहतर कार्य करने की शक्ति और सामर्थ्य की कामना व्यक्त करते हुए उन्होंने गुजरात की उन्नति के लिए कार्य करने का विश्वास जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेमौसम बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान के मद्देनजर फसल बीमा योजना के तहत उचित मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं, जिन किसानों ने फसल बीमा नहीं कराया है उन्हें केंद्र सरकार के नियमानुसार सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस बारे में बीमा कंपनी के साथ बातचीत कर रही है।
धर्मसभा में शिरकत करने से पूर्व मुख्यमंत्री श्री विजय रूपाणी ने श्री महाकाली आश्रम जाकर माता का दर्शन किया और पू. दयानंदगिरी बापू का आशीष लिया। इस मौके पर जामखंभालिया और आंबावाड़ी कलावृंद द्वारा बावन बेड़ा के रास-गरबा और 501 दीये की आरती की प्रस्तुति दी गई। कथाकार कश्यपभाई जोषी एवं दर्शनभाई रावल के सान्निध्य में धर्मोत्सव का यह कार्यक्रम सोमवार चार नवंबर को पूरा होगा। कथा के दौरान महाप्रसाद का आयोजन किया गया है।
अनिल राम
वार्ता