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कोहली ने किया गिरनार शिवरात्रि कुंभ मेला का उद्घाटन

कोहली ने किया गिरनार शिवरात्रि कुंभ मेला का उद्घाटन

जूनागढ़, 27 फरवरी (वार्ता) गुजरात के राज्यपाल ओ. पी. कोहली ने बुधवार को जूनागढ़ में गिरनार शिवरात्रि मिनी कुंभ मेला का उद्घाटन किया।

श्री कोहली ने भवनाथ मंदिर परिसर में सुबह ध्वजा का पूजन करने के बाद भवनाथ मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करवाकर इस मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर राज्य की मंत्री विभावरीबेन दवे, मंदिर के महंत हरिगिरि, साधु-संतों तथा अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थिति में हर-हर महादेव, जय गुरुदत्त, भवनाथ भगवान की जय, गिरनारी महाराज की जय के जयघोष से वातावरण गूंज उठा। मेले के पहले दिन मंगलवार को 51 लाख रुद्राक्ष से बने 51 फुट ऊंचे शिवलिंग का भी पूजन किया गया जिसे सौ श्रद्धालुओं ने 20 दिन में रोज 16 घंटे की मेहनत से बनाया है।

यहां के गायत्री मंदिर में बाबा मित्र मंडल ने बुधवार से अन्न क्षेत्र शुरू किया है जिसका लाभ लेते हुए भक्तगण दिखाई दिये। अन्नक्षेत्र के संचालक और बाबा मित्र मंडल के स्थापक निलेशभाई माणी ने यूनीवार्ता को बताया कि जूनागढ़ सिटी में वह ये अन्नक्षेत्र 10 वर्षों से और मेले में पिछले छह वर्षों से चला रहे हैं। आज से महाशिवरात्रि तक सुबह चाय के बाद बुंदी, गांठिया, रोटी, सब्जी, दाल, चावल शाम को रोटला (बाजरे की रोटी), खिचडी, कढ़ी, सब्जी निशुल्क परोसते हैं। संस्था के 150 कार्य करके आपस में इसका खर्च बांट लेते हैं। इस मेले के दौरान करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु इस सेवा का लाभ लेंगे।

इस मौके पर निकलने वाले साधु-संतों के जुलूस में बैंड-बाजे, हाथी-घोड़े, पालकी नहीं होंगी। पुलवामा के शहीदों के सम्मान में साधु-संतों ने सादा जुलूस निकालने का निर्णय लिया है। कल से ही बड़ी संख्या में साधु-संतों का यहां आना शुरू हो गया है। छह दिनों तक मंदिरों, धार्मिक स्थलों पर भजन, भोजन और भक्ति के साथ यह महाशिवरात्रि मेला मनाया जाएगा। राज्य सरकार ने इस साल सौराष्ट्र के महाशिवरात्रि मेले को गिरनार शिवरात्रि मिनी कुंभ मेला के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। यह मेला आज से चार मार्च तक भवनाथ के 57 एकड़ भूमि में मनाया जा रहा है। मेले में राज्य के मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्री भी शिरकत करेंगे।

उल्लेखनीय है कि जूनागढ़ की गिर तलहटी में हर साल दो बड़े मेलों का आयोजन प्राचीन काल से किया जाता है। एक मेला कार्तिक पूर्णिमा देव दिवाली पर तथा दूसरा मेले का आयोजन महाशिवरात्रि पर किया जाता है जिसमें श्रद्धालु गिरनार पर्वत की परिक्रमा करते हैं।

 

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