इंदौर, 01 मार्च (वार्ता) ऑस्ट्रेलिया ने खब्बू स्पिनर मैथ्यू कुह्नेमन (16/5) की घातक गेंदबाजी के बाद उस्मान ख्वाजा (60) के धैर्यवान अर्द्धशतक की बदौलत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट के पहले दिन बुधवार को भारत पर 47 रन की बढ़त बना ली।
मेज़बान भारत पहले बल्लेबाजी करते हुए 109 रन पर ऑलआउट हो गया, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट के नुकसान पर 156 रन बना लिये। पीटर हैंड्सकॉम्ब सात रन बनाकर और कैमरन ग्रीन छह रन बनाकर क्रीज़ पर मौजूद हैं।
अपना दूसरा टेस्ट खेल रहे कुह्नेमन ने भारतीय बल्लेबाजों को फिरकी में फंसाकर पांच विकेट हासिल किये। इसके अलावा नेथन लायन ने तीन विकेट चटकाये, जबकि टॉड मर्फी को एक सफलता हासिल हुई। भारत के लिये विराट कोहली ने सर्वाधिक 22 रन बनाये और शुभमन गिल ने 21 रन का योगदान दिया।
भारत के छोटे स्कोर के जवाब में बल्लेबाजी करने उतरे उस्मान ख्वाजा ने स्पिन के खिलाफ दर्शनीय तकनीक का इस्तेमाल करके 147 गेंद पर चार चौकों के साथ 60 रन बनाये। इसके अलावा मार्नस लाबुशेन ने 31 जबकि स्टीव स्मिथ ने 26 रन का योगदान दिया।
ऑस्ट्रेलिया जब भारत को 109 रन पर समेटने के बाद बल्लेबाजी करने उतरा तो सलामी बल्लेबाज ट्रैविस हेड नौ रन बनाकर पगबाधा आउट हो गये, हालांकि इसके बाद ख्वाजा-लाबुशेन की जोड़ी ने पारी को संभाल लिया। लाबुशेन को उनकी 91 गेंद की पारी में क्रमशः शून्य रन और सात रन पर दो जीवनदान भी मिले। उन्होंने इसका लाभ उठाते हुए ख्वाजा के साथ दूसरे विकेट के लिये 96 रन की साझेदारी की और भारत की बढ़त को समाप्त कर दिया। रवींद्र जडेजा ने आखिरकार लाबुशेन को बोल्ड करके यह साझेदारी समाप्त की। कुछ देर बाद ख्वाजा भी जडेजा का शिकार हो गये।
ऑस्ट्रेलिया के बढ़त की स्थिति में पहुंचने के बाद कप्तान स्टीव स्मिथ ने कुछ अच्छे शॉट खेले। स्मिथ ने जडेजा की गेंद पर विकेटकीपर श्रीकर भरत को कैच थमाने से पहले 38 गेंद पर चार चौकों के साथ 26 रन बनाये। स्मिथ का विकेट गिरने के बाद हैंड्सकॉम्ब और ग्रीन ने स्टंप्स तक ऑस्ट्रेलिया का कोई और नुकसान नहीं होने दिया।
इससे पूर्व, भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और शुरुआती दो टेस्ट मैचों में करारी शिकस्त का स्वाद चखने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले ओवर से ही दमदार प्रदर्शन किया। मैच की पहली गेंद कप्तान रोहित शर्मा के बल्ले को छूती हुई विकेटकीपर के हाथों में गयी, हालांकि अंपायर के नॉटआउट करार देने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने भी डीआरएस नहीं लिया।
रोहित और गिल ने तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ कुछ अच्छे शॉट खेले जिसके बाद स्टीव स्मिथ ने गेंद स्पिनरों के हवाले कर दी। कुह्नेमन ने अपने पहले ओवर में एक बाहर जाती हुई गेंद पर रोहित (12) को स्टंप आउट करवाया, जबकि दूसरे ओवर में उन्होंने गिल को स्लिप में कैचआउट करवाया।
इस समय तक होल्कर स्टेडियम की पिच हरकत करने लगी और लायन ने एक अंदर स्पिन होती हुई गेंद पर चेतेश्वर पुजारा (01) को बोल्ड कर दिया। भारतीय टीम ने कुह्नेमन की लेग स्पिन को बेअसर करने के लिये रवींद्र जडेजा को पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतारा लेकिन वह लायन की गेंद पर शॉर्ट कवर को कैच थमा बैठे। तीन गेंद बाद श्रेयस अय्यर (00) कुह्नेमन का शिकार हुए।
भारत के लिये इस पारी का सर्वश्रेष्ठ समय तब था जब कोहली और श्रीकर भरत क्रीज़ पर मौजूद थे। कोहली-भरत ने छठे विकेट के लिये 25 रन जोड़े और दोनों ही बल्लेबाज इस दौरान सहज नज़र आये। कोहली ने अपने चुस्त फुटवर्क से कई बार स्पिन को बेअसर किया। उन्होंने कई बार आगे बढ़कर गेंद को ड्राइव किया, जबकि क्रीज़ की गहराई में जाकर लायन और कुह्नेमन को एक-एक चौका लगाया। भरत ने भी दो बार स्वीप शॉट पर भरोसा करके एक चौका और एक छक्का जड़ा।
यह जोड़ी भारत को अच्छे स्कोर तक पहुंचा सकती थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने लंच से पूर्व दोनों को पवेलियन भेज दिया। मर्फी ने कोहली (22) को 52वीं गेंद पर पगबाधा किया, जबकि भरत 30 गेंद पर 17 रन बनाकर लायन का शिकार हो गये।
लंच के बाद कुह्नेमन ने रविचंद्रन अश्विन (03) और उमेश यादव (17) को आउट करके अपने पांच विकेट पूरे किये, हालांकि उमेश ने आउट होने से पूर्व 13 गेंद पर एक चौका और दो छक्के लगाये। वामहस्त हरफनमौला अक्षर पटेल 12 रन बनाकर विकेट पर सहज दिख रहे थे लेकिन मोहम्मद सिराज के रनआउट होने के कारण वह स्कोर में कोई महत्वपूर्ण योगदान नहीं दे सके और नाबाद पवेलियन लौटे।
शादाब
वार्ता