फीचर्सPosted at: Jan 1 2016 3:20PM ललितगेट, खान घोटाला और आईएएस की स्वैच्छिक सेवानिवृति का मुद्दा रहा चर्चित
जयपुर 01 जनवरी (वार्ता) राजस्थान में बीते वर्ष मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में भाजपा सरकार के दो वर्ष के जश्न के बीच ललितगेट , खनन घोटाला और आईएएस अधिकारी की स्वैच्छिक सेवानिवृति तथा क्रिकेट संघ में विवाद का समाधान काफी चर्चित रहा। भाजपा सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर सरकार ने जहां जयपुर में एक रैली कर अपनी उपलब्धियां गिनाई वहीं कांग्रेस ने मौन जुलूस निकालकर सरकार की रैली को सार्वजनिक पैसे का दुरुपयोग करार दिया। जलवायु एवं पर्यावर्णीय मुद्दों को लेकर आयोजित प्रशांत द्वीपीय समूह (पिपिक) के राष्ट्राध्यक्षों का सम्मेलन भी काफी यादगार रहा , सम्मेलन को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी सम्बोधित किया । सत्ता और संगठन में तालमेल के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी की ताजपोशी से श्रीमती राजे विरोधियों को काफी झटका लगा। सांगानेर विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोला लेकिन विचारधारा की आड़ लेकर ही हमले कर सकें।