रांची 14 सितंबर (वार्ता) झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए अपनी प्रतिबद्धता दुहराते हुये आज कहा कि राज्य में एक महीने के अंदर भाषा अकादमी की शुरुआत हो जाएगी।
श्री दास ने यहां हिंदी दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि सरकार हिंदी भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए कृतसंकल्पित है। राज्य में एक महीने के अंदर भाषा अकादमी की शुरुआत कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय एवं सरकारी कार्यालयों में अधिक से अधिक कार्य हिन्दी भाषा में हो। कार्यालयों में हिन्दी की अनिवार्यता के लिए राजभाषा विभाग द्वारा नीति बनाई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में हिन्दी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के सम्मान में अटल बिहारी वाजपेयी मेमोरियल पुरस्कार योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत साहित्य के क्षेत्र में उदयीमान कवि, मीडिया के क्षेत्र में विख्यात पत्रकार एवं सुशासन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी हिन्दी भाषी सदी के रूप में स्थापित होगी। हिन्दी भाषा पूरी दुनिया में विकसित हो सके इसके लिए साहित्यकार, लेखक, कवि एवं पत्रकार भाषा, ज्ञान, तकनीकी विषयों पर हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए चिन्तन एवं मंथन करें।
श्री दास ने कहा कि साहित्यकार, लेखक एवं कवि समाज का आईना होते हैं। आधुनिक युग में हमारी भाषा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का माध्यम बनें। सोशल साइटों जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप में भी अधिक से अधिक हिन्दी का प्रयोग कैसे हो, इस पर अनुसंधान करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि साहित्यकार, लेखक एवं कवि अन्य भाषाओं का भी अध्ययन करें। अध्ययन से जो ज्ञान प्राप्त होगी उसे हिन्दी में रूपांतरित करें। आने वाले समय में हिन्दी को आधुनिक ज्ञान-विज्ञान की भाषा बनायी जा सके, इस दिशा में कार्य करने की आवश्यकता है।
सूरज रमेश
जारी (वार्ता)