राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jul 4 2020 9:48PM शहीद जितेन्द्र को नम आंखों से दी गयी अंतिम विदाई
मथुरा, 04 जुलाई (वार्ता) उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुख्यात अपराधी से मुठभेड़ में शहीद हुए आरक्षी जितेंद्र पाल सिंह का अंतिम संस्कार नम आखाें के साथ कर दिया गया।
शहीद के पार्थिव शरीर को उसके छोटे भाई सौरभ ने मुखाग्नि दी तो रिफाइनरी थाने के बरारी गांव का शमशान स्थल जब तक सूरज चांद रहेगा जितेन्द्र तेरा नाम रहेगा , भारतमाता की जय जैसे गगनभेदी नारों से वातावरण गूंज उठा।
कोरोना वायरस के संक्रमण के बावजूद जितेन्द्र के अंतिम दर्शन को बरारी और आसपास के गावों का हजूम उमड़ पड़ा। यह दर्शा रहा था कि शहीद जितेन्द्र अपने गांव और आसपास के क्षेत्र में कितना लोकप्रिय था। शहीद जवान के पार्थिव शरीर को कंधा देनेवालों में आईजी सतीश गणेश,डीएम सर्वज्ञराम मिश्र और एसएसपी डा गौरव ग्रोवर , विधायक पूरन प्रकाश प्रमुख थे ।
कानपुर में पांच दर्जन से अधिक मामलों के आरोपी विकास दुबे और उसके साथियों से हुई मुठभेड़ में शहीद हुए बरारी के लाल आरक्षी जितेंद्र पाल सिंह का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ जब अंतिम संस्कार के लिए पुष्प गुच्छ हटाकर खोला गया तो उपस्थित लोगों की सिसकियों के बीच वातावरण बहुत अधिक गमगीन हो गया था।
रिफाइनरी क्षेत्र स्थित गांव बरारी के मूल निवासी तीर्थपाल सिंह के बड़े बेटे जितेंद्र पाल सिंह कानपुुर के बिठूर थाने में बतौर सिपाही के पद पर तैनात थे । गुरुवार रात कानपुर में कुख्यात बदमाश विकास दुबे को हत्या के प्रयास के मामले में पकड़ने गई पुलिस टीम पर कुख्यात बदमाश ने दर्जनों साथियों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर ऑटोमेटिक हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग करके आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी।
भाई सौरभ ने बताया कि तीन भाई और एक बहन के बीच शहीद जितेंद्र अपने परिवार में सबसे बड़े थे । 26 वर्षीय यह युवक अविवाहित था तथा 2018 में पुलिस में भर्ती हुआ था।लगभग 12 वर्ष पहले जितेन्द्र के पिता तीर्थपाल अपना पैतृक गांव बरारी छोड़कर नवादा तंतूरा में रहने लगे थे। बेटे की शहादत पर मां रानी देवी का रो-रोकर बुरा हाल था।
शहीद जितेंद्र पाल सिंह के अंतिम दर्शन को आए सपा नेता संजय लाठर की तबियत अचानक बिगड़ गई । साथ आए लोगों ने पकड़ कर उन्हें सहारा दिया । इसके बाद में सपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उनका इलाज चल रहा है।
सं प्रदीप
वार्ता