राज्य » राजस्थानPosted at: Sep 15 2019 3:00PM राजस्थान में कानून व्यवस्था बिगड़ी-बालकनाथ
अलवर 15 सितंबर (वार्ता) राजस्थान में अलवर के सांसद बाबा बालकनाथ ने राज्य सरकार पर खराब कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए कहा है कि ऐसा लगता है कि राज्य में कई मुख्यमंत्री है और अधिकारी बेलगाम हो गये है।
बाबा बालकनाथ आज यहां अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह समझ से परे है कि राजस्थान में किसकी सरकार है। सरकार की कोई एक दिशा नहीं है। जिस तरीके से राजस्थान में बातें सामने आ रही है उससे ऐसा लगता है कि प्रदेश में कई मुख्यमंत्री हैं। अधिकारी किसकी बात मानते हैं, ये पता ही नहीं। यही कारण है कि अधिकारी बेलगाम हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से राजस्थान में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है राज्य के इतिहास का सबसे बड़ा कलंक है कि बदमाश खुलेआम दिनदहाड़े थाने की हवालात में बंद इनामी बदमाश को फायरिंग कर छुड़ा ले जाते हैं और पुलिस तमाशा देखती रहती है और डरकर छुप जाती है। उन्होंने कहा की राजस्थान में अब ऐसा लगता है कि संभाग स्तर पर भी सरकारें चल रही हैं और अफसर किस मंत्री की मानता है किस मुख्यमंत्री की मानता है कोई पता नहीं।
उन्होंने कहा कि अलवर का प्रशासन भी अपना दायित्व नहीं निभा पा रहा है और अपनी मस्ती में काम कर रहा है। अलवर की भी कमांड ऐसा लगता है किसी मुख्यमंत्री के हाथ में न होकर इसको और कोई संचालित कर रहा हो। कहा कि आज अपराध दिनदहाड़े बढ़ते जा रहे हैं और उन पर कोई लगाम नहीं है और कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है। उन्होंने कहा कि मोबलीचिंग की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अलवर के एक कांग्रेस विधायक द्वारा अलवर के ही मंत्री पर अपराधियों को संरक्षण देने और अराजकता फैलाने के आरोप के सवाल पर उन्होंने कहा कि यही तो सबसे बड़ी बात है कि अलवर की कमान किसके हाथ में है और यहां का प्रशासन किस की बात मानता है। ऐसा लगता है कि राजस्थान की सरकार कई दिशा में बन गई है, यहां जिला प्रशासन अपनी मस्ती में काम करते हैं और फाइलों का निपटारा एक-एक महीने तक नहीं होता, जिससे जनता परेशान हैं।
राज्य सरकार द्वारा मिनी सचिवालय को दस करोड़ रुपए बिना ब्याज के देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पैसे यूआईटी को मिला है और सरकार के पास पैसा नहीं है। जनता का पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। यूआईटी के अब सारे विकास कार्य रुक गए हैं जो उनको काम कराना था वह काम नहीं करा पा रहे हैं सिर्फ एक ही मिनी सचिवालय पर ही ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
एनसीआर में शामिल अलवर में विकास के सवाल पर उन्होंने कहा कि अलवर जिला पूरा एनसीआर में आता है यहां पर रैपिड मेट्रो ट्रेन चलाने की बात थी और भिवाड़ी में स्टेशन भी बनना था इसके लिए भी सरकार से बात की है और एनसीआर के अधिकारियों से मिले हैं। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री से भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि जब पूरा जिला अलवर एनसीआर में आता है तो इन्हीं एजेंसियों को ग्रामीण इलाकों का विकास कराना चाहिए क्योंकि एनसीआर के कारण अलग से ग्रामीण इलाकों को भी टैक्स देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में विकास कार्य कराया जाना उनकी पहली प्राथमिकता है और अलवर में बड़ा मेडिकल कॉलेज खुले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी सपना है कि हर जिले में बड़ा मेडिकल कॉलेज खोला जाए। उन्होंने कहा कि एसआई मेडिकल कॉलेज को शुरू कराने के प्रयास युद्ध स्तर पर चल रहे हैं।
जैन जोरा
वार्ता