नयी दिल्ली, 09 जनवरी (वार्ता) स्टार महिला पहलवान विनेश फोगट का कहना है कि जकार्ता एशियाई खेलों में अगर वह स्वर्ण जीतने में क़ामयाब हुई हैं तो इसमें प्रो रेसलिंग लीग पीडब्ल्यूएल का बड़ा योगदान है।
विनेश ने कहा कि इस लीग ने उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा मुहैया कराई है जो उनके अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बहुत काम आई है। पीडब्ल्यूएल सीज़न 3 में चीन की सुन यनान से उनके दो मुक़ाबले हुए और दोनों बार ही सुन ने उन्हें पराजित किया। इस हार से उन्होंने बहुत कुछ सीखा और यही सीख उनके बाद की प्रतियोगिताओं में बहुत काम आई।
उन्होंने कहा कि एशियाई खेलों में सुन यनान से उनका पहला ही मुक़ाबला पड़ गया और प्रो रेसलिंग लीग की ग़लतियों से सबक लेते हुए उन्होंने सुन के खिलाफ जो रणनीति बनाई, वह पूरी तरह सही साबित हुई और वह उन्हें एकतरफा अंदाज़ में हराने में सफल रहीं।
पिछले साल की चैम्पियन वानेसा के बारे में उनका कहना है कि वह पिछले साल उनकी यूपी दंगल टीम का हिस्सा थीं लेकिन इस बार उनके मुम्बई टीम में चुने जाने से वह उनकी प्रतिद्वंद्वी बन गई हैं।
सीज़न 4 में अपने प्रतिद्वंद्वियों के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि लीग में भाग ले रहे ज्यादातर भारतीय खिलाड़ियों को वह कई बार हरा चुकी हैं। विनेश ने कहा कि फिर भी वह किसी को हल्के से नहीं लेतीं। वह अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों का सम्मान करती हैं।
उन्होंने कहा, “बाकी बेलारूस की वानेसा से उनका मुक़ाबला कभी नहीं हुआ। वह मेरे वजन में नहीं थीं। संयोग से इस बार हम एक ही वजन में हैं। वह वर्ल्ड चैम्पियन हैं। उनसे मेरी कुश्ती आसान नहीं होगी। अंतरराष्ट्रीय मंच पर न तो उन्होंने उनके साथ कभी ट्रेनिंग की है और न ही कभी प्रैक्टिस। बस, केवल पिछली बार वह मेरी टीम की साथी थीं और इस बार वह मेरी प्रतिद्वंद्वी होंगी।”
विनेश सीज़न 1 में दिल्ली वीर से और सीज़न 3 में यूपी दंगल की ओर से खेली थीं। उन्हें सीज़न 1 में लीग की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार दिया गया था। सीज़न 2 में वह इंजरी की वजह से भाग नहीं ले पाईं थीं। सीज़न 4 में विनेश 25 लाख रुपये की धनराशि में मुम्बई महारथी की ओर से चुनी गई हैं जहां उनका सामना एमपी योद्धा की रितु फोगाट, एनसीआर पंजाब की अंजू, यूपी दंगल की वानेसा कालादज़िंस्काया, हरियाणा हैमर्स की सीमा और यूपी दंगल की पिंकी से होगा। इनमें वानेसा कालादज़िंस्काया पिछले वर्ष की वर्ल्ड चैम्पियन हैं।