नयी दिल्ली,14 मई (वार्ता) अगर आप घर बैठे यह जानना चाहते हैं कि कैंसर से पीड़ित हैं या नहीं और अगर कैंसर है तो किस अवस्था में हैं तो उसका पता आप 24 घंटे के भीतर लगा सकते हैं। मुम्बई के मशहूर टाटा कैंसर हॉस्पिटल ने नव्या विशेषज्ञ सलाह नाम से यह सेवा शुरू की है जिससे आप ऑनलाइन जानकारी हासिल कर सकते हैं। आपको अपनी सारी रिपोर्ट ऑनलाइन हॉस्पिटल को भेजनी पड़ेगी और रिपोर्ट मिलते ही अस्पताल आपको एक दिन के भीतर सारी जानकारी दे देगा। अस्पताल का दावा है कि पूरी दुनिया में पहली बार कैंसर मरीजों के लिए इस तरह की सेवा शुरू की गयी है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन बसर करने वाले लोगों के लिए यह सेवा मुफ्त उपलब्ध है जबकि बाकी मरीजों के लिए यह सेवा प्राप्त करने के लिए उन्हें इसकी फीस जमा करनी होगी। इस सेवा की संस्थापिका गीतिका श्रीवास्तव ने यूनीवार्ता को बताया कि पहले मरीज़ को डब्लूडब्लूडब्लू.नव्या.केयर पर खुद को पंजीकृत करना होगा। उसके बाद अस्पताल के प्रतिनिधि मरीज़ से बात करके उन्हें अपनी रिपोर्ट अपलोड कर या मेल से भेजने के लिए कहेंगे। मरीज़ चाहे तो वह अपनी रिपोर्ट व्हाट्सएप से भी भेज सकता हैं। रिपोर्ट प्राप्त होने के 24 घंटे के भीतर मरीज़ को अस्पताल की ओर से रिपोर्ट और सुझाव भेज दिए जायेंगे। उन्हें यह भी बताया जायेगा कि वे किस तरह का इलाज़ कराएं और यह इलाज किस अस्पताल में संभव है या किस जगह इसकी सुविधा है। सुश्री श्रीवास्तव ने बताया कि अस्पताल के डाॅक्टर अपने सहयोगियों या देश के अन्य डाॅक्टरों से सलाह मशविरा करके मरीजों को सलाह देंगे और जरुरत पड़ने पर विदेशों के डाॅक्टर से भी संपर्क कर वे सलाह देंगे। उन्होंने बताया कि मरीजों को जो रिपोर्ट अस्पताल से भेजी जायेगी वह इस तरह की भाषा में होगी कि आम आदमी भी उसे समझ ले और अगर वह नहीं समझ पा रहा है तो स्थानीय डाक्टर से इसे दिखा कर समझा जा सकता है।
सुश्री श्रीवास्तव ने बताया कि इस सेवा को शुरू करने का मकसद उन मरीजों को सुविधा देना है जो देश के दूर-दराज़ इलाके में रहते हैं और वे किसी अच्छे डाॅक्टर या अस्पताल से संपर्क नहीं कर पाते और उनका दूसरे शहर में जाकर रिपोर्ट दिखाने में काफी पैसा खर्च हो जाता है क्योंकि उन्हें आने-जाने और ठहरने में काफी पैसे लग जाते हैं .गरीब मरीजों को तो और भी मुश्किल होती हैं। उन्होंने बताया कि हर माह करीब 500 मरीज़ ऑनलाइन रिपोर्ट भेज रहे हैं। अस्पताल में करीब 67 हज़ार मरीज़ हर साल आने लगे हैं .इस तरह पिछले पांच साल में मरीजों की संख्या में करीब 17 हज़ार का इजाफा हुआ है। अस्पताल अब एक हेल्पलाइन शुरू करने की योजना भी बना रहा है। भारत में करीब 25 लाख मरीज़ हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है लेकिन अच्छे सरकारी अस्पतालों के अभाव में देश में कैंसर मरीजों का इलाज समय पर नहीं हो पा रहा है। ऐसे में मरीज़ निजी अस्पताल की तरफ भागते हैं जहाँ इलाज़ काफी महंगा है। इस तरह कैंसर के मरीजों के लिए इलाज की समस्या देश में अधिक हैं। टाटा कैंसर अस्पताल की स्थापना 28 फरवरी 1941 को हुई थी। इस समय इसके 800 बिस्तर हैं लेकिन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और अस्पताल पर काफी बोझ पड़ रहा है । नव्या सेवा को भविष्य में यह भीड़ कम होने की उम्मीद है क्योंकि जो मरीज़ अपनी रिपोर्ट के कार्ड यहाँ लेकर आये थे वे अब ऑनलाइन सारी जानकारी ले सकते हैं। अरविंद राहुल देवेन्द्र वार्ता