Saturday, Apr 20 2024 | Time 09:59 Hrs(IST)
image
राज्य » जम्मू-कश्मीर


कठुआ कांड में तीन दोषियों को उम्र कैद, तीन को पांच साल की सजा

कठुआ कांड में तीन दोषियों को उम्र कैद, तीन को पांच साल की सजा

पठानकोट,10 जून (वार्ता) पिछले साल जनवरी में जम्मू.कश्मीर के कठुआ में आठ वर्षीय बालिका के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या से देश को हिला कर रख देने के मामले में करीब अट्ठारह माह बाद सोमवार को फैसला आया। विशेष अदालत ने इस मामले में मुख्य आरोपी सांझी राम समेत तीन आरोपियों को उम्र कैद की सजा और तीन को पांच-पांच साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई है।

दस जनवरी 2018 को बकरवाल समुदाय की आठ वर्ष की मासूम बालिका का अपहरण करने के बाद कई दिनों तक उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर हत्या कर दी गई । बालिका का क्षत.विक्षत शव अपहरण के एक सप्ताह बाद 17 जनवरी को मिला । इस दिल दहला देने वाली घटना से पूरे देश में आक्रोश का माहौल और जगह.जगह धरना प्रदर्शन हुए ।

अदालत ने मंदिर के पुजारी सांझी राम , दीपक खजूरिया और प्रवेश कुमार को उम्रकैद की सजा के साथ तीनों पर एक.एक लाख का जुर्माना लगाया है । तीन अन्य दोषियों आनंद दत्ता , सुरेंद्र कुमार और तिलक राज को सबूतों को मिटाने का दोषी मानते हुए पांच साल की सजा सुनाई है । यह तीनों पुलिसकर्मी हैं । उम्र कैद की सजा पाया खजूरिया भी पुलिस अधिकारी था।

सांझी राम, प्रवेश कुमार और दीपक खजूरिया को हत्या, बलात्कार , साजिश और अपहरण का दोषी माना गया ।

उच्चतम न्यायालय ने इस मामले को जम्मू.कश्मीर से बाहर भेजने का आदेश दिया और इसके बाद मामले को पठानकोट की अदालत में हस्तांतरित किया गया । इस मामले में कुल गिरफ्तार आठ आरोपियों में एक नाबालिग था । किशोर आराेपी के खिलाफ अभी मामला शुरु नहीं हुआ है क्योंकि उसकी उम्र संबंधी याचिका पर जम्मू.कश्मीर उच्च न्यायालय में सुनवाई होनी है।

इस घटना का मास्टर माइंड सांझी राम राजस्व विभाग का सेवानिवृत्त अधिकारी है और उसी ने इस झकझाेर देने वाली घटना की साजािश रची । सांजी राम रासना गांव में मंदिर का सेवादार था और उसने बकरवाल समुदाय को इलाके से हटाने के लिए मासूम बालिका के सामूहिक बलात्कार का षडयंत्र बना।

पुलिस ने बताया था कि आरोपियों ने बालिका के अपहरण के तीन दिन बाद 13 जनवरी को उसकी हत्या कर दी थी। मौसम बहुत ठंडा होने की वजह से उन्हें इसके सड़ने की चिता नहीं थी और 16 जनवरी तक बालिका के शव को मंदिर के अंदर ही रखे रहे।

मामले की जांच करने वाले अधिकारी ने बताया कि बालिका दस जनवरी को लापता हुई थी और उसके अभिभावक खोजते हुए 11 जनवरी को मंदिर के नजदीक तक गए थे , लेकिन आरोपियों से बड़ी चालाकी के साथ मासूम के माता.पिता को गुमराह किया और वह वहां से चले गए ।

पुलिस ने बताया था कि बालिका का अपहरण करने वाले किशोर ने बच्ची के मुंह में जबरन नशीला पदार्थ भर दिया था। । बालिका को कई दिन तक मंदिर के अंदर बंधक बनाए रखा गया और उसे लगातार नशीली दवाएं खिलाई जाती रहीं जिससे मासूम अपने साथ हो रहे अत्याचार का विरोध नहीं कर पाई ।

इस मामले में सातवें आराेपी विशाल को बरी कर दिया गया है।

मिश्रा जितेन्द्र

जारी वार्ता

More News
महबूबा ने किया चुनाव घोषणापत्र जारी, जम्मू-कश्मीर को ‘खुली हवा का जेल’ कहा

महबूबा ने किया चुनाव घोषणापत्र जारी, जम्मू-कश्मीर को ‘खुली हवा का जेल’ कहा

19 Apr 2024 | 9:22 PM

श्रीनगर, 19 अप्रैल (वार्ता) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए घोषणापत्र जारी किया।

see more..
अगस्त 2019 के बाद की स्थिति स्वीकार्य नहीं: महबूबा मुफ्ती

अगस्त 2019 के बाद की स्थिति स्वीकार्य नहीं: महबूबा मुफ्ती

19 Apr 2024 | 8:32 PM

श्रीनगर 19 अप्रैल (वार्ता) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि लोकसभा चुनाव में वोट मांगने का पार्टी का मुख्य उद्देश्य संसद के माध्यम से देश को यह बताना है कि 2019 में भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) ने उनके साथ क्या किया है।अनुच्छेद 370 को हटाना हमें स्वीकार्य नहीं है।

see more..
लोकसभा चुनाव: भाजपा की कश्मीर में जमीन नहीं बची है: उमर अब्दुल्ला

लोकसभा चुनाव: भाजपा की कश्मीर में जमीन नहीं बची है: उमर अब्दुल्ला

19 Apr 2024 | 8:32 PM

श्रीनगर, 19 अप्रैल (वार्ता) नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कश्मीर में जमीन नहीं बची है इसलिए वह पीछे से हालात की कमान संभाल रही है।

see more..
कश्मीर से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला पार्टी का निर्णय था: आजाद

कश्मीर से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला पार्टी का निर्णय था: आजाद

19 Apr 2024 | 8:25 PM

श्रीनगर, 19 अप्रैल (वार्ता) डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को कहा कि वह किसी से आज्ञा नहीं लेते हैं और कश्मीर से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला उनकी पार्टी का फैसला था।

see more..
image