कोलकाता, 03 नवंबर (वार्ता) देश के सर्वाेच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार विजेता एवं भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा है कि वह जिस यात्रा से गुजरे हैं, वह किसी सपने से कम नहीं है।
छेत्री ने खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामित होने पर कहा, “ मैं रोमांचित हूं और आभारी हूं और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैंने हमेशा कहा है कि यह एक सपना है जिससे मैं गुजरा हूं और यह मेरे परिवार, मेरे दोस्तों, मेरी पत्नी, मेरे करीबी समूह, मेरे साथियों और मेरे कोचों के बिना संभव नहीं होता। ”
कप्तान ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ को बताया, “ इतने सालों तक इतने मैचों में राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना बहुत शानदार रहा है, यह एक उत्कृष्ट यात्रा रही है। ”
उल्लेखनीय है कि खेल मंत्रालय की ओर से सुनील को उन 12 खिलाड़ियों में नामित किया गया है, जिन्हें 2021 के लिए मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इतना ही नहीं पद्म श्री पुरस्कार विजेता सुनील खेल रत्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर होंगे। पुरस्कार वितरण समारोह आगामी 13 नवंबर को राष्ट्रपति भवन में आयोजित होगा।
सुनील ने अपने रोल मॉडल के बारे में पूछे जाने पर कहा “ हमारे चारों ओर प्रोत्साहन और प्रेरणा की मात्रा बहुत है, हमें केवल इसे देखते रहना है। अधिक जानने की कोशिश करने की भूख की जरूरत है। ”
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह जीवन के समान कार्यक्षेत्र से नहीं, बल्कि कहीं भी हो सकता है। उन्होंने कहा, “ ऐसे कई लोग थे जो कोरोना महामारी के दौरान लोगों की मदद के लिए सामने आए, चाहे वह आर्थिक रूप से हो या जमीनी स्तर पर। उन्होंने अपने जीवन को खतरे में डाल दिया और अपना सब कुछ दे दिया। असाधारण हैं ये लोग। तो अगर कोई प्रेरणा की तलाश में है तो वह चारों ओर है और अगर आपको इसे ढूंढना है तो आप इसे कहीं भी ढूंढ सकते हैं। ”
दिनेश
वार्ता