वाशिंगटन, 04 जून (वार्ता) विश्व की नंबर तीन महिला टेनिस खिलाड़ी चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा का कहना है कि उन्हें भी अन्य खिलाड़ियों की तरह मैच के दौरान डर लगता है और मैचों के दौरान वह भी नर्वस हो जाती हैं।
16 खिताब जीत चुकीं पूर्व नंबर एक प्लिसकोवा मैच के दौरान शांत रहने के लिए जानी जाती हैं। लेकिन उन्होंने कहा, “मैं भी बैचेन होती हूं और मुझे भी डर लगता है। ऐसा नहीं है कि मेरे अंदर भावनाएं नहीं है, मुझमें भी भावनाएं हैं।”
28 वर्षीय प्लिसकोवा ने कहा, “लोग जब मुझे टीवी पर देखते हैं तो सोचते हैं कि मैं बहुत शांत हूं औऱ वे मुझे आइस क्वीन बोलते हैं। लेकिन जब ये लोग मुझे आम जीवन में देखते हैं तो कहते हैं कि यह आप नहीं हो क्योंकि मैं हमेशा हंसती हूं और जोक्स सुनाती हूं।”
उन्होंने कहा, “यह मेरा ध्यान ही है जो मुझे दबाव में मदद करता है औऱ शांत रखने की क्षमता प्रदान करता है। मैं टेनिस कोर्ट पर जोक्स नहीं सुना सकती क्योंकि इससे मेरा मैच से ध्यान हट जाएगा और मैं अपने खेल को खो दूंगी। इसलिए मैं शांत रहना पसंद करती हूं।”
कोरोना वायरस के कारण टेनिस टूर स्थगित होने पर उन्होंने कहा कि इससे उन्हें बच्चों के लिए कोचिंग कैंप शुरु करने का समय मिल गया है। प्लिसकोवा ने कहा, “थोड़ा आराम मिला है। लेकिन अब यह लंबा आराम हो गया है। मेरे ख्याल से सभी के लिए ऐसा ही है।”
प्लिसकोवा ने कहा, “यह मेरे लिए दो पहलुओं जैसा है। पहला कि मुझे इस बात की खुशी है कि मैं घर पर अपने माता-पिता के साथ समय बिता रही हूं और घर पर रहकर आनंद ले रही हूं जैसा सामान्य तौर पर नहीं कर पाती थी। लेकिन दूसरी तरफ मैं अब थक गयी हूं और ट्रेनिंग करने की कोशिश करती हूं तथा हर दिन एक-दो घंटे टेनिस खेलना चाहती हूं।”
उन्होंने कहा, “यह समय सभी के लिए कठिन है लेकिन हमें इसके सकारात्मक पहलू पर भी चर्चा करनी चाहिए। मैं अपने माता-पिता को जैसे देख रही हूं वैसा पहले कभी नहीं देखा और मैं सप्ताह में एक दिन अपने दोस्तों से भी मिल रही हूं। मेरे ख्याल से यह अच्छा समय है। मैं टूर्नामेंट और यात्रा को बहुत मिस कर रही हूं। उम्मीद करती हूं कि हालात जल्द सामान्य हो जाएंगे।”
शोभित राज
वार्ता