उदयपुर 07 फरवरी (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश को पर्यावरण प्रदुषण से मुक्त बनाने के लिये ई-वेस्ट निस्स्तारण हेतु चलाये जा रहे अभियान को सहयोग करने के लिये लायन्स क्लब इन्टरनेशनल द्वारा जा रहे ई- अपशिष्ट जागरूकता और संग्रह अभियान में पूरे देश से लगभग 200 टन ई-वेस्ट संग्रह का लक्ष्य रखा है।
लायन्स क्लब इन्टरनेशनल के निदेशक लायन डॉ.वी.के.लाडिया ने आज यहां बताया कि 13 जनवरी से 13 फरवरी के बीच देश के लगभग सभी लायन्स डिस्ट्रिक्ट से ई-अपशिष्ट जागरूकता और संग्रह अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आधुनिक युग में हमारे घर में मोबाइल फोन, टेलीविजन, कंप्यूटर, वाशिंग मशीन, कैमरा, कूलर, एयर कंडीशनर या हीटर इन में से कोई एक उपकरण होता ही है। अब अगर इन में कोई तकनीकी समस्या आ जाए तो एसे उपकरणो का कोई उपयोग नहीं रहता और उन्हें फेंक दिया जाता है। इन्ही फेंकी हुई चीजों को ई-कचरा कहा जाता है।
लायन्स क्लब डिस्ट्रिक्ट 3233 ई-2 के प्रान्तपाल भीलवाड़ा के लायन दिलीप तोषनीवाल ने बताया कि इलेक्ट्रोनिक चीजों को बनाने में प्लास्टिक और कांच के अलावा क्रोमिम, लेड, कैडमियम, आर्सेनिक और मरकरी जैसे कई खतरनाक पदार्थों का भी उपयोग किया जाता है। जब हम ई-कचरे को यूं ही फेंक देते है, तब यह पदार्थ मिट्टी, हवा, और भूमिगत जल में मिलकर विष का काम करता है। जैसे कि कैडमियम का धुआं मनुष्य के फेफड़े और किडनी को बहुत गंभीर नुकसान करता है। इसके अलावा कम्प्यूटर में उपयोगी फासफोरस और मरकरी जैसे पदार्थ को जलाने से पर्यावरण का विनाश होता है।
कार्यक्रम संयोजक पूर्व प्रान्तपाल लायन अनिल नाहर ने बताया कि लायन्स क्लब ने इस प्रान्त से 20 टन ई-वेस्ट कलेक्शन का लक्ष्य रखा जो समय पूर्व ही पूरा हो गया। इस ई-वेस्ट को मुबंई की एक कंपनी द्वारा एकत्रित कर 9 फरवरी को प्रथम ट्रक एवं 12 फरवरी को दूसरे ट्रक से मुंबंई ले जाया जायेगा, जहां इसका विधिवत तरीके से निस्तारण किया जायंगा।
रामसिंह
वार्ता