मनोरंजनPosted at: Aug 26 2018 4:17PM श्रोताओं को बेहद पसंद आते हैं राखी के गीत
मुम्बई 26 अगस्त (वार्ता) रूपहले पर्दे पर भाई-बहन के अटूट स्नेह को प्रदर्शित करने वाले त्योहार रक्षाबंधन के गीतों ने कभी लंबे समय तक सिने प्रेमियों के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी थी लेकिन अब तो बॉलीवुड के फिल्मकारों ने राखी पर आधारित गीतों के महत्व को भुला ही दिया है ।
निर्माता एल वी प्रसाद की 1959 में प्रदर्शित फिल्म ‘छोटी बहन’ संभवतः पहली फिल्म थी जिसमें भाई-बहन के प्यार भरे अटूट रिश्ते को रूपहले परदे पर दिखाया गया था । इस फिल्म में बलराज साहनी ने बड़े भाई और नन्दा ने छोटी बहन की भूमिका निभायी थी । शैलेन्द्र का लिखा और लता मंगेशकर द्वारा गाया फिल्म का गीत ‘भईया मेरे राखी के बंधन को निभाना’ बेहद लोकप्रिय हुआ था । रक्षाबंधन के गीतों में इस गीत का विशिष्ट स्थान आज भी बरकरार है। इसके बाद निर्माता निर्देशक ए. भीम सिंह ने ‘भाई-बहन’ के रिश्ते पर आधारित दो फिल्में ‘राखी’ और ‘भाई-बहन’ बनायी। वर्ष 1962 में रिलीज ‘राखी’ में अशोक कुमार और वहीदा रहमान ने भाई-बहन की भूमिका निभायी थी। वर्ष 1968 में प्रदर्शित ‘भाई-बहन’ में सुनील दत्त और नूतन मुख्य भूमिकाओं में थे ।
इसी दौर में ‘अनपढ़’ और ‘काजल’ फिल्म में भाई-बहन के पवित्र प्रेम पर दो खूबसूरत गीत पेश किए गए। इनमें ‘अनपढ़’ का माला सिन्हा पर लता मंगेशकर की आवाज में फिल्माया गीत ‘रंग बिरंगी राखी लेकर आई बहना’ आज भी दर्शकों और श्रोताओं को अभिभूत कर देता है । फिल्म में बलराज साहनी भाई की भूमिका में थे। फिल्म ‘काजल’ में मीना कुमारी पर बेहद खूबसूरत गीत ‘मेरे भइया मेरे चंदा मेरे अनमोल रतन’ का फिल्मांकन किया गया था । रवि के संगीत निर्देशन में इस गीत को पार्श्व गायिका आशा भोंसले ने स्वर दिया था ।
विमल राय की ‘बंदिनी’ में भी एक बेहद मार्मिक गीत था ‘अब के बरस भेज भैया को बाबुल सावन ने लीजो बुलाय रे’ जिसमें बहन अपने पिता से भाई को सावन में भेजने का अनुरोध करती है। बहन की व्यथा को बतलाने वाले शैलेन्द्र के लिखे और एस डी बर्मन के स्वरबद्ध किये इस गीत को भी आशा भोंसले ने अपना स्वर दिया था । वर्ष 1971 में रिलीज ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ में देवानन्द और जीनत अमान ने ‘भाई-बहन’ की भूमिका निभायी थी । फिल्म का गीत ‘फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है’ आज भी सदाबहार गीतों में शामिल है । ‘रेशम की डोरी’ में सुमन कल्याणपुर का गाया ‘बहना ने भाई की कलाई से प्यार बांधा है’ रक्षाबंधन पर आज भी रेडियो पर खूब बजता है ।
इसी तरह फिल्म बेईमान का ‘ये राखी बंधन है ऐसा’, सच्चा झूठा का ‘मेरी प्यारी बहनिया बनेगी दुल्हनियां’ चम्बल की कसम का ‘चंदा रे मेरे भइया से कहना’ प्यारी बहना का ‘राखी के दिन’ हम साथ साथ हैं का ‘छोटे-छोटे भाइयों के’ तिरंगा का ‘इसे समझो न रेशम का तार’ रिश्ता कागज का ‘ये राखी की लाज तेरा भइया निभायेगा’ आदि गीत भी काफी लोकप्रिय हुए ।
प्रेम, यामिनी
वार्ता