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संसद में शोर शराबे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

संसद में शोर शराबे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित

नयी दिल्ली 30 नवंबर (वार्ता) किसानों के मुद्दे पर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के सांसदों के शोर शराबे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी ।

मंगलवार को दो बार के स्थगन के बाद सदन की कार्यवाही तीन बजे जैसे ही शुरू हुई टीआरएस के सांसद हाथों में तख्तियां लेकर किसानों के मुद्दों को लेकर नारेबाजी करने लगे।

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने हंगामा कर रहे सांसदों से सदन में शांति बनाए रखने और अपनी सीट पर जाने का आग्रह

किया। श्री बिरला ने कहा, “सदन को सकारात्मक वातावरण में चलाने में सभी सदस्य सहयोग करें। मैं सभी को किसी भी विषय पर सकारात्मक चर्चा के लिए पर्याप्त अवसर दूंगा।”

इस बीच सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि हम भी चाहते हैं कि सदन बराबर चले। हम भी सदन में पिकनिक मनाने नहीं बल्कि जनता की तकलीफों से जुड़े मुद्दे उठाने ही आते हैं।

तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी ने कहा कि सदन में चर्चा होनी चाहिये। कल भी हम कई मुद्दों पर चर्चा चाहते थे।

टीआरएस के सांसदों के शोर शराबे के बीच ही श्री बिरला ने मंत्रालयों के कामकाज और संसदीय समितियों की रिपोर्ट से जुड़े महत्वपूर्ण कागजात सदन पटल पर रखवाए।

टीआरएस के सांसद नमा नागेश्वर राव ने कहा कि तेलंगाना में पिछले 60 दिनों से किसानों के फसलों की खरीद नहीं होने से वे परेशान हैं। इस बारे में सरकार को सदन में बयान देना चाहिए।

अध्यक्ष के बार बार आग्रह करने के बावजूद भी टीआरएस के सांसद शोर मचाते रहे। इसके बाद श्री बिरला ने लोकसभा की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।

इससे पहले सदन की कार्यवाही दो बजे जैसे ही शुरू हुई विपक्षी सांसद सदन के बीचोंबीच आकर हंगामा करने लगे। पीठासीन अधिकारी ए राजा ने सदस्यों से शांति बनाने रखने और अपनी अपनी सीट पर जाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि सभी को अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा लेकिन हंगामा जारी रहा। उसके बाद सदन की कार्यवाही तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी।

इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे सदन के समवेत होने पर अध्यक्ष ने दादरा नगर हवेली से नवनिर्वाचित शिवसेना की कलावती मोहन डेलकर को सदन की सदस्यता की शपथ दिलायी। इसके बाद विपक्ष की ओर से हंगामा शुरू हो गया।

द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता टी आर बालू और कांग्रेस के नेता श्री चौधरी कुछ कहने का प्रयास कर रहे थे लेकिन शोर शराबे में सुनायी नहीं दिया। आसन के सामने तेलंगाना राष्ट्र समिति के सांसद किसान आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा देने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानून बनाने की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे।

अध्यक्ष ने प्रश्नकाल शुरु करते हुए भाजपा के कुंवर पुष्पेंद्र सिंह चंदेल को सवाल पूछने के लिए पुकारा। इसबीच कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, वामदल, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, आम आदमी पार्टी के सदस्य राज्यसभा में 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर विरोध स्वरूप बहिर्गमन कर गये। तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के सदस्य बहिर्गमन में शामिल नहीं हुए।

टीआरएस के करीब छह सदस्य भी आसन के सामने आकर प्लेकार्ड के साथ नारेबाजी करते रहे। अध्यक्ष ने उनसे अपने स्थान पर जाने पर आग्रह किया लेकिन इसका उन पर कोई असर नहीं हुआ। इसके बाद अध्यक्ष सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

प्रणव, उप्रेती

वार्ता

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