श्रीनगर, 16 फरवरी (वार्ता) पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने नेशनल काॅंफ्रेंस (एनसी) के नेेता हिलाल लोन के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) कानून (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किये जाने के विरोध में केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
श्री लोन पर पिछले वर्ष जिला विकास परिषद के चुनावों के दौरान उत्तर कश्मीर में एक रैली के दौरान वैमनस्यता फैलाने वाला भाषण देने के आरोप में यह कार्रवाई की गई है।
नेशनल काॅंफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने नेताओं के द्वेषपूर्ण भाषण के मामले में पूरी तरह अलग व्यवहार करती है।
श्री अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा,“ वे हाथों को काट लेने, लोगों की हत्या करने का आह्रान कर सकते हैं और उनके लिये यह सब अच्छा है। हिलाल लोन भाषण देते हैं और उनके खिलाफ आतंकवाद-रोधी कानून के तहत कार्रवाई कर दी जाती है।”
इस बीच, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि केंद्र द्वेषपूर्ण भाषण देने के मामले में यूएपीए के तहत कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं के खिलाफ लगातार बेशर्मी से मामले दर्ज किये जा रहा है।
सुश्री महबूबा ने ट्वीट किया,“ सच्चाई यह है कि अगर उनके अपने मंत्रियों, सांसदों और आईटी सेल के लोगों पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ द्वेषपूर्ण भाषण देने के मामले में कार्रवाई की जाए तो भारतीय जेलों में पर्याप्त जगह नहीं बचेगी।”
बारामुला लोकसभा सीट से एनसी के सांसद मोहम्मद अकबर लोन के पुत्र श्री लोन को सोमवार को श्रीनगर में एमएलए हॉस्टल से गिरफ्तार किया गया। उन्हें परिषद के चुनाव नतीजों की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद 25 दिसम्बर को हिरासत में लेकर इसी हॉस्टल में रखा गया था।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार उत्तर कश्मीर में परिषद चुनावों के दौरान वैमनस्यता फैलाने वाला भाषण देने के आरोप में श्री लोन के विरुद्ध मंगलवार को यूएपीए के तहत कार्रवाई की गयी।
सूत्रों के अनुसार श्री लोन को सोमवार को एमएलए हॉस्टल से हाजिन थाने ले जाया गया। उन्हें अब एक अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड की मांग की जायेगी।
गौरतलब है कि श्री लोन को 25 दिसम्बर को उत्तर कश्मीर में बांदीपुरा जिले के सम्बल इलाके से हिरासत में लेकर एमएलए हॉस्टल में रखा गया था।
प्रियंका.श्रवण
वार्ता