अमृतसर, 10 अक्तूबर (वार्ता) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के दशहरा के अवसर पर नागपुर में हिन्दू राष्ट्र संबंधी दिए बयान की निंदा की।
भाई लौंगोवाल ने कहा कि भारत एक बहु-भाषाई देश है और अलग-अलग धर्मों का अपना इतिहास, सिद्धांत और रहन सहन के तरीके हैं। उन्होंने कहा कि देश के संविधान अनुसार हर भारतीय को धर्म की आज़ादी है, परंतु हैरानी की बात है कि आरएसएस प्रमुख जानबूझ कर हिंदू राष्ट्र का एजेंडा देश पर थोप रहे हैं।
उन्होंने कहा कि देश के सभ्याचार को बचाने के लिए हर धर्म के लोगों का योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि यदि अकेले सिख धर्म की ही बात की जाए तो देश की आज़ादी के लिए सबसे अधिक बलिदान सिखों ने दिया है। उन्होंने कहा कि सिख कौम की अपनी विलक्षणता है, इसके सिद्धांत और मर्यादा निराली है। उन्होने कहा कि देश में सिखों सहित अन्य धर्म के लोगों पर हिन्दू राष्ट्र का प्रभाव डालना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने सरसंघचालक भागवत को ऐसे बयानों से बचने की सलाह देते हुए कहा कि देश में हर धर्म की अपनी-अपनी पहचान है और एेसे बेतुके बयान देना समझदारी नहीं है।
सं ठाकुर
वार्ता