मेरठ, 22 जनवरी (वार्ता) रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में आयोजित रैली में कहा कि इस कानून को हिन्दू-मुस्लिम से नहीं बल्कि इंसानियत के नजरिए से देखा जाना चाहिये।
श्री सिंह बुधवार को यहां सीएए के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) द्वारा आयोजित क्षेत्रीय रैली में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सीएए को लेकर विपक्ष द्वारा तरह तरह की भ्रांतियों फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि यह कानून हमने पिछली बार बनाया था, लेकिन लागू नहीं हो पाया था जिसे इस बार कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस कानून को इंसानियत के नजरिये से देखते हैं। गांधी जी ने भी कहा था कि धर्म के आधार पर विभाजन नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि हम धर्म मजहब की राजनीति करके स्वार्थ नहीं देखते, बल्कि राजनीति सरकार बनाने को नहीं देश बनाने के लिए करते हैं।
श्री सिंह ने सवाल करते हुए कहा कि क्या नागरिकों का रजिस्टर नहीं होना चाहिए। सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए दस्तावेज होना चाहिए या नहीं। उन्होंने का कि कहा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यक जलालत कि जिंदगी गुजार रहे हैं। इसी को देखते हुए भारत ने अपने धर्म का पालन किया है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि मेरठ क्रांतिकारियों की धरती है और इसकी अहमियत को भाजपा समझती है। उन्होंने कहा कि रैलियों का शुभारंभ वर्ष 2014 और 17 में भी यहीं से किया गया था। उन्होंन कहा कि जम्मू कश्मीर से धारा 370 चुटकी बजाकर समाप्त कर दी गई ,जिसे कुछ विरोधी ताकते इसे सपोर्ट करती रहीं।
गौरतलब है कि इस रैली के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गये । आज रैली की में चार अपर पुलिस अधीक्षकों के अलावा 14 पुलिस उपाधीक्षकों , 30 थाना प्रभारी निरीक्षकों, 62 उपनिरीक्षकों , 600 सिपाहियों के अलावा तीन कंपनी पीएसी की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके अलावा 70 महिला पुलिसकर्मी भी तैनात रहीं। यातायात व्यवस्था में चार टीआई समेत 100 ट्रैफिक सिपाही लगाए गए थे।
सं त्यागी
वार्ता